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शहीदों के परिवार को सीएम का तोहफा, 96 परिजनों को सौंपा सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र

राजधानी लखनऊ में बुधवार को शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए अमर शहीद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने 96 शहीदों के परिजनों को सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र दिया. साथ ही उन्होंने सैनिकों के बलिदान को राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान बताया.

शहीदों के परिजनों को मिली नौकरी की सौगात

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Published : Mar 7, 2019, 5:51 AM IST

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को अमर शहीद कार्यक्रम में 96 शहीदों के आश्रितों को नियुक्ति पत्र दिया. सेना और अर्धसैनिक बलों के शहीद हुए जवानों के परिवारों के एक-एक सदस्य को राज्य सरकार में सरकारी नौकरियों के नियुक्ति पत्र दिए.

सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार के पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए उत्तर प्रदेश के जवानों के साथ ही 1 अप्रैल 2017 से अब तक देश की सेवा में शहीद हुए राज्य के जवानों के परिजनों को सरकारी नौकरी देगी. इसी के तहत बुधवार को शहीदों के आश्रितों को नौकरी और सम्मान के साथ-साथ शहीदों को श्रद्धांजलि भी दी गई है. सरकार 96 शहीदों के परिजनों को नियुक्ति पत्र दे रही है. इनमें 19 सीआरपीएफ और बीएसफ, 6 सेना, 51 पुलिस और पीएसी और 19 पुलिस विभाग में एसआई के पद पर नियुक्ति पत्र दिये गए हैं.

शहीदों के परिजनों को मिली नौकरी की सौगात

योगी ने सैनिकों के बलिदान को राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान बताया. उन्होंने आगे कहा कि पहले किसी जवान के शहीद हो जाने पर उनके परिजनों के लिए समायोजन की कोई व्यवस्था नहीं थी. इसके लिए हमारी सरकार ने काम किया है. अगर कोई जवान शहीद होता है, तो जवान के परिवार के एक सदस्य को नौकरी, 25 लाख रुपये की आर्थिक मदद, जवान के नाम पर एक सड़क या संस्था का नाम रखने का नियम हमने बनाया है. सीएम ने यह भी कहा कि सरकार साढ़े पांच करोड़ रुपये से चार जिलों में सैनिक कल्याण कार्यालय और सैनिक विश्रामालय का निर्माण करा रही है.

वहीं राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि राज्य सरकार ने शहीद जवानों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की है. 1947 से अब तक जब भी भारत पर आक्रमण हुआ, तब अपनी वीर सेना ने शत्रु को पराजित किया और देश को का परचम ऊंचा किया है. वहीं डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सरकार शहीद हुए जवानों के परिवार के साथ खड़ी है.

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