लखनऊ :मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश ऐसे ही पिछड़ा नहीं था. जगह-जगह बेईमान और भ्रष्ट लोगों को नमूनों के रूप में बैठा दिया गया था जो पूरे उत्तर प्रदेश को खोखला बनाने में लगे हुए थे. भ्रष्टाचार पर बड़ा प्रहार करने के लिए हमें तैयार रहना होगा. जातिवाद, भ्रष्टाचार और भेदभाव विकास के सबसे बड़े बाधक हैं. विगत छह वर्ष में उत्तर प्रदेश के अंदर साढ़े पांच करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं और सामान्य जीवन जी रहे हैं. नीति आयोग के आंकड़े इस बात के गवाह हैं कि उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर आकर देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है. उत्तर प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हुई है. यूपी वन ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनने की ओर बढ़ चुका है.
सीएम योगी ने गुरुवार को मिशन रोजगार के तहत लोकभवन में आयोजित निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत चयनित कुल 700 नव नियुक्त अधिकारियों के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि छह वर्ष पहले उत्तर प्रदेश के युवाओं के सामने पहचान का संकट था. युवाओं को अपने आपको उत्तर प्रदेश का बताने में शर्म आती थी. हमारी सरकार में स्थितियां बदली हैं. आज का युवा गर्व से खुद को उत्तर प्रदेश का नागरिक बताता है. यूपी विकास की प्रक्रिया के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा है. इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में बेहतर कार्य हो रहा है. गरीब कल्याण की योजनाएं पूरे प्रदेश के अंदर प्रभावी ढंग से लागू हुई हैं. उत्तर प्रदेश की जनता को सरकार से जो अपेक्षाएं थीं, उस पर हम खरे उतर रहे हैं. यह तब संभव हो पाया जब शासन, प्रशासन और हर कार्मिक ने मिलकर प्रयास किया.