लखनऊ: मंत्रोच्चारण करने वाले गोरखनाथ मंदिर के महंत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को सदन में शेर पढ़कर विपक्ष पर हमला बोला है. उन्होंने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाकर हंगामा करने वाले सम्पूर्ण विपक्ष पर ही नहीं, बल्कि दिल्ली राज्य की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी पर भी हमला किया है.
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का एक संकल्प लिया था. 9 नवंबर 2019 में 40 साल के बाद एक हिंदू समाज के पक्ष में फैसला आया. यह सर्वसम्मति फैसला आया है. 5 अगस्त 2019 में इस देश में सत्ता लोलुप राजनीतिक गलती का परिमार्जन कश्मीर में धारा 370 को समाप्त करने के रूप में हुआ. उसके ठीक एक साल बाद पांच अगस्त 2020 को 492 वर्षों के इंतजार की घड़ी समाप्त हुई. इतने लंबे समय का ऐतिहासिक कालखंड हम सब को देखने को मिला है. हम सब सौभाग्यशाली हैं कि हमारे सामने यह सब ऐतिहासिक कार्य संपन्न हो रहे हैं.
इस अवसर पर बहुत सारे लोगों के वक्तव्य आए हैं. जिन लोगों को राम पर विश्वास नहीं था. उन्हें राम की ताकत पर अब एहसास हो गया होगा. अब रोम की भाषा बोलने वाले भी राम-राम चिल्लाने लगे हैं. परशुराम के बहाने ही क्यों न हो राम नाम लेना शुरू कर दिए हैं. राम का नाम तो ऐसा है कि आप चाहे जिस रूप में भी ले लें, कल्याण करने वाला है. राम के नाम पर लें, चाहे परशुराम के नाम पर लें और चाहे मरा मरा कहें. राम नाम लेने से उद्धार होगा.
सीएम योगी का कांग्रेस पर हमला
योगी ने कहा कि यह वही लोग हैं, जिन्होंने रामसेतु का विरोध किया था. यह वही लोग हैं, जिन्होंने मजहब के नाम पर देश को बांटने का काम किया था. आज फिर वह अपने इस विभाजन कार्य मंशा के अनुरूप आगे आ गए. फिर से कुत्सित राजनीति करने की चेष्टा कर रहे हैं. योगी ने कांग्रेस पर बसों से श्रमिकों को लाने के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाकर भी हमला किया. उनकी इसी राजनीति के चलते न्यायालय को टिप्पणी करनी पड़ी.
नीरज मिश्र के बहाने योगी का सपा पर हमला
सीएम योगी ने मुलायम सरकार में अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलने की घटना का भी बिना नाम लिए जिक्र किया. सीएम योगी ने पीठ का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि अध्यक्ष जी ये वही लोग हैं, जिन लोगों ने राम भक्तों पर गोलियां चलवाई थीं. ये वही लोग हैं, जो लोग आज जातिवाद का नारा दे रहे हैं. जातिवाद का झंडा लेकर चल रहे हैं. वहीं जब सत्ता में आते हैं तो कन्नौज के नीरज मिश्रा नाम के एक भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता का सिर काटकर के ब्रीफ केस में भर के अपने यहां मंगाते हैं. उस शर्मनाक घटना के बाद भी जनता से माफी नहीं मांगते हैं.