लखनऊ: राजधानी में कार्तिक पूर्णिमा पर्व के अवसर पर गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाशोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया. ऐशबाग के डीएवी कॉलेज मैदान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए और गुरु नानक दरबार में जाकर माथा टेका. इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज से 550 साल पहले गुरु नानक देव जी ने सत्य और धर्म की नींव रखी थी. उन्होंने धर्म की स्थापना के लिए बलिदान दिया था.
लखनऊ: गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाशोत्सव संपन्न, सीएम योगी ने टेका मत्था
यूपी की राजधानी लखनऊ में कार्तिक पूर्णिमा पर्व के अवसर पर गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाशोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया. राजधानी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए और गुरु नानक दरबार में माथा टेका.
कार्यक्रम में शामिल हुए सीएम योगी.
सिख धर्म के संस्थापक और गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाशोत्सव बहुत ही धूमधाम मनाया जा रहा है. शहर भर में जगह-जगह शबद, कीर्तन और लंगर का आयोजन किया जा रहा है. इसी क्रम में ऐशबाग के डीएवी कॉलेज मैदान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए और गुरु नानक देव के दरबार में जाकर माथा टेका.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज से 550 साल पहले गुरु नानक देव जी ने सत्य और धर्म की नींव रखी थी. उन्होंने धर्म की स्थापना के लिए बलिदान दिया और गुरु नानक देव जी ने धर्म और सत्य के मार्ग पर चलने का संदेश दिया था, जिसका अनुसरण लोग आज भी कर रहे हैं. इस अवसर पर डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, आशुतोष टंडन, कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक, विधायक सुरेश तिवारी और लखनऊ मेयर संयुक्ता भाटिया भी मौजूद रही.
करतारपुर साहिबसीएम योगी ने करतारपुर साहिब की बात करते हुए कहा कि आजादी के बाद से लोग उस पवित्र स्थल पर दर्शन करने की मांग कर रहे थे और श्रद्धालु आज दर्शन करने के लिए जा रहे हैं. इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद किया है.
मानवता के लिए जाने जाते गुरु नानक देवसीएम योगी ने कहा कि आज से 550 वर्ष पहले देश और मानवता विदेशी हमलों से जूझ रही थी और ज्ञान को नष्ट किया जा रहा था, उस वक्त गुरु नानक देव जी ने सत्य और धर्म के बचाव के लिए सिख पंथ की स्थापना की. उन्होंने अपने ज्ञान के प्रकाश को भारत ही नहीं, बल्कि इंडोनेशिया और मक्का-मदीना जैसे सुदूर इलाकों में भी अपने ज्ञान के प्रकाश को पहुंचाया है. गुरु नानक देव मानवता के लिए जाने जाते हैं.
मानवता की मिशाल है गुरुद्वारा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गुरुद्वारा एक धार्मिक स्थल ही नहीं बल्कि मानवता की मिसाल भी है. विश्व भर के समस्त गुरुद्वारों के आसपास रहने वाले किसी भी धर्म के लोग भूखे नहीं रहते हैं. सभी धर्म के लोग लंगर चखने के लिए जाते हैं.
सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा
सीएम योगी ने कहा कि सिख समुदाय के लोग दिनभर परिश्रम करने के बावजूद भी कीर्तन करने जाते हैं. वह अपने परिश्रम का कुछ भाग मानवता की भलाई के लिए खर्च करते हैं. गुरु नानक देव जी ने अपने भक्तों को तीन बातें स्मरण करने के लिए कहा है. पहली बार तीर्थ करना, दूसरी ईश्वर का नाम जपना और आखिरी परिश्रम से जो भी मिले उसको आपस में बैठकर उसका प्रयोग करना. गुरु नानक देव जी ने हमेशा सत्य और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी है.