लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों को और बेहतर बनाने के लिए आपसी प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने पर जोर दिया. उन्होंने इसके लिए स्वच्छता, शुद्ध पेयजल, अच्छी सड़कों, सेफ सिटी और आत्मनिर्भरता जैसे पांच पैरामीटर्स निर्धारित किए. इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के जो नगर निगम, नगर पालिका एवं नगर पंचायत प्रथम आएंगे उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इन पांच पैरामीटर्स में अपने जनपद में प्रथम आने वाले नगर पंचायत को एक करोड़ रुपए, मंडल स्तर पर प्रथम आने वाले नगर पालिका को दो करोड़ और प्रदेश में प्रथम आने वाले नगर निगम को सरकार की तरफ से पांच करोड़ रुपए अतिरिक्त दिए जाएंगे.
प्रदेश के इतिहास में पहली बार संपन्न हुआ निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनावः सीएम योगी नवनिर्वाचित नगर निगमों के महापौर, नगर पालिका परिषदों एवं नगर पंचायतों के अध्यक्षों के लिए गुरुवार को आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में सम्मिलित हुए. इस दौरान उन्होंने एक प्रतियोगिता की शुरुआत करते हुए बड़ी घोषणा की. सीएम योगी ने कहा कि बहुत सारे लोगों ने न्यायालयों का सहारा लेकर नगर निकाय चुनाव में व्यवधान उत्पन्न करने का प्रयास किया, लेकिन हमारी नगर विकास की टीम ने पूरी मजबूती के साथ डटी रही. एक-एक मुद्दे का निस्तारण किया. पहली बार प्रदेश में नगर निकाय का चुनाव ओबीसी कमीशन की रिपोर्ट को लागू करते हुए संपन्न हुआ है. शांतिपूर्ण चुनाव प्रदेश के इतिहास में पहली बार संपन्न हुआ हुआ.
मोहल्लों में गठित करें स्वच्छता कमेटीःसीएम योगी ने कहा कि जनता ने नगरीय जीवन के भाग्य विधाता के दायित्व के रूप में आपको चुना है. आपके बोर्ड के पास बहुत सी शक्तियां हैं, अगर इनका सही तरह से इस्तेमाल किया जाए तो आपके कार्यकाल को लंबे समय तक जनता याद रखेगी. अमृत योजना, पीएम स्वनिधि योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना में प्रदेश के अंदर बहुत अच्छा कार्य हुआ है. आज प्रदेश के नगरों में एक कलर में दूधिया स्ट्रीट लाइट जगमगा रही हैं. स्वच्छता के कार्यक्रम को तेजी के साथ आगे बढ़ाया गया है. जिस तरह से हम अपने घर को साफ रखते हैं, वैसे ही हमारा नगर साफ रहे, इसकी जिम्मेदारी हमारी है. हमें मोहल्ला स्वच्छता कमेटी का गठन करना चाहिए जो लोगों को स्वच्छता के विषय में जागरूक करें.