लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को हमीरपुर और जालौन जिले के दौरे पर रहे. सीएम योगी ने इन दोनों जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया. यहां राहत शिविरों में बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात कर सीएम योगी ने उनका हालचाल जाना. यही नहीं सीएम योगी ने बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री भी वितरित की.
सीएम योगी ने बाढ़ पीड़ितों को बांटी राहत सामग्री. बता दें कि हमीरपुर और जालौन जिले के कई गांव इन दिनों बाढ़ की चपेट में हैं. राजस्थान के कोटा बैराज से 22 लाख क्यूसिक पानी छोड़े जाने के बाद जालौन में चंबल, सिंधु और यमुना नदी ऊफान पर हैं. जौलान जनपद के 71 गांव बाढ़ प्रभावित हैं, जिसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हवाई सर्वेक्षण कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हाल जाना.
यमुना और बेतवा का कहर
हमीरपुर जिले में यमुना और बेतवा नदी में आई बाढ़ ने कहर बरपा रखा है. मंगलवार को बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात करने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ पीड़ितों को आश्वासन दिलाया कि सरकार उनकी हर संभव मदद करेगी. हवाई सर्वेक्षण करने के बाद सीएम योगी ने कहा कि हर वर्ष बाढ़ से प्रभावित होने वाले तटीय इलाकों में बाढ़ से बचाव के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे.
बाढ़ पीड़ितों को राहत पहुंचाने के लिए किए जाएं इंतजाम
सीएम योगी ने हमीरपुर जिला मुख्यालय के केसरिया का डेरा, मेरापुर, डिग्गी, भिलावां व हेलापुर समेत तमाम गांव के बाढ़ पीड़ित से मुलाकात की. सीएम योगी ने बाढ़ पीड़ितों से वार्ता कर बाढ़ से हुए नुकसान के बारे में जाना. सीएम योगी ने बताया कि भारी बारिश के कारण बांधों से पानी छोड़े जाने के चलते यमुना और बेतवा में बाढ़ आई है. जिले के 90 गांव बाढ़ की चपेट में आए हैं. उन्होंने बताया कि बाढ़ की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन की तरफ से राहत एवं बचाव का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू किए गए. राहत एवं बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ व पीएसी को भी लगाया किया गया है. इसके अलावा बाढ़ प्रभावितों को राहत शिविरों में रखा गया है, जहां उनके खाने-पीने का उचित इंतजाम किया गया है.
सिंचाई विभाग के अधिकारियों को दिये निर्देश
सीएम योगी ने कहा कि पीड़ित परिवारों को राहत पहुंचाने के लिए आपदा राहत निधि से पर्याप्त धनराशि उपलब्ध कराई गई है. पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था भी की गई है. डायरिया आदि से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमों को निर्देशित किया गया है. सीएम योगी ने कहा कि प्रत्येक वर्ष बाढ़ की चपेट में आने वाले तटीय इलाकों को बाढ़ से बचाने के लिए सिंचाई विभाग के अधिकारियों को कार्य योजना बनाने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं. इसके बाद सीएम योगी ने जनप्रतिनिधियों व जिले के आला अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की एवं विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए.
जालौन में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा, बांटी राहत सामग्री
जालौन में सिंध और यमुना नदी में आई बाढ़ से जिले के 71 गांव प्रभावित हुए हैं. प्रभावित गांव के लोगों को राहत सामग्री का वितरण करने मंगलवार शाम 5 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामपुरा के जगमनपुर पहुंचे, जहां उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को आश्वासन दिलाया कि सरकार उनकी हर संभव मदद करेगी. हवाई सर्वेक्षण कर आए सीएम योगी ने कहा कि हर वर्ष बाढ़ से प्रभावित होने वाले तटीय इलाकों में बाढ़ से बचाव के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे.
बाढ़ प्रभावित इलाकों में सेल्फी लेने से बचें लोग
जिले के माधौगढ़ तहसील के बिल्होड़, निनावली, गुड़ा, बेरा, कंजौसा और कालपी तहसील में मंगरोल, शेखपुर, बुजुर्ग समेत तमाम गांव के बाढ़ पीड़ितों से मिलने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे. यहां सीएम योगी ने बाढ़ पीड़ितों से वार्ता की एवं बाढ़ से हुए नुकसान के बारे में जाना. सीएम योगी ने कहा कि पीड़ित परिवारों को राहत पहुंचाने के लिए आपदा राहत निधि से पर्याप्त धनराशि उपलब्ध कराई गई है. साथ ही उन्होंने पानी वाले इलाकों में लोगों से सेल्फी लेने से बचने की बात कही.
मुख्यमंत्री कार्यालय में की थी बैठक
बता दें सीएम योगी ने कुछ दिनों पहले बाढ़ प्रभावित जिलों की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री कार्याल में समीक्षा बैठक की थी, जिसमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य तेजी से संचालित करने के निर्देश दिए थे. सीएम योगी ने कहा था कि बाढ़ पीड़ितों को समय पर राहत सामग्री उपलब्ध कराते हुए उनकी हर संभव मदद की जाए. इसके अलावा उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के अधिकारियों को बाढ़ कंट्रोल रूम संचालित करने एवं संवेदनशील स्थलों की मॉनीटरिंग और पेट्रोलिंग करने के लिए निर्देश जारी किए थे.