लखनऊ: 7 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हजरतगंज स्थित सिविल अस्पताल के वैक्सीनेशन सेंटर का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन तेजी से किया जा रहा है, जिससे कि कोई भी व्यक्ति वैक्सीन से वंचित न रह जाए. साथ ही सीएम ने वैक्सीन लगवा रहे लोगों से जानकारी ली. सीएम ने लोगों से वैक्सीनेशन कार्ड को सहेज कर रखने के लिए भी कहा.
लखनऊ के सिविल अस्पताल पहुंचे योगी आदित्यनाथ सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर सबसे पहले आप सब को हृदय से बधाई और अपनी शुभकामनाएं प्रदेशवासियों को देता हूं. प्रदेश के अंदर सोमवार से बृहद पैमाने पर मुक्त वैक्सीन देने का कार्यक्रम शुरू हुआ है. 16 जनवरी से वैक्सीनेशन का कार्यक्रम प्रधानमंत्री ने शुरू किया था. उत्तर प्रदेश में वैक्सीनेशन का कार्यक्रम 2 चरण में 1 फरवरी से कोरोना वारियर्स को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन देने का कार्यक्रम प्रारंभ किया गया. इसके बाद 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को मुफ्त में वैक्सीन देने का कार्यक्रम चला. चौथे चरण में 45 वर्ष के ऊपर के आयु के लोगों को वैक्सीन लगाने का कार्यक्रम चला. इसके बाद 1 मई से 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों को वैक्सीन देने का काम शुरू किया गया. वैक्सीनेशन का यह कार्यक्रम 18 से 44 के बीच में निरंतर चल रहा है. इम्यूनाइजेशन के नोडल इंचार्ज डॉ. एमके सिंह ने बताया कि शासन की मंशा के अनुसार सोमवार से क्लस्टर वैक्सीनेशन स्टार्ट होगा. गोसाईगंज, मोहनलालगंज और एनके रोड से क्लस्टर वैक्सीनेशन प्रोग्राम की शुरुआत की जाएगी. जिसके लिए तीन दिनों तक जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा चुका है. अब दो दिनों तक यहां ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन के साथ वैक्सीनेशन का काम किया जाएगा. जहां एक-एक ब्लॉक लेते हुए पूरा इलाका वैक्सीनेट किया जाएगा, जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेट किया जा सके. इससे जुड़ी सभी पूरी तैयारी कर ली गई हैं. दूसरी ओर वैक्सीनेशन के लिए पोर्टल खुलने के बाद कई लोगों ने रजिस्ट्रेशन के दौरान सेंटर्स नहीं दिखने की शिकायत की, जिसके कारण तमाम लोग रजिस्ट्रेशन नहीं करवा सके. डॉ. एमके सिंह ने बताया कि पोर्टल देर से खुलने के कारण ऐसा हुआ. लेकिन बाद में कोई दिक्कत नहीं हुई. सभी जगह पर्याप्त वैक्सीन की डोज भेजी जा चुकी है. लोग आसानी से अपना स्लॉट अब बुक कर सकते हैं. वैक्सीनेशन के लिए टारगेट भी रखा गया है. जिसके तहत कोविशील्ड और कोवैक्सीन दोनों का विकल्प मिला है. 18-44 साल के लिए 80 सेंटर्स बनाए गए हैं, जबकि 45 साल से ऊपर के लाभार्थियों के लिए 78 सेंटर्स बनाए गए हैं.