लखनऊ :भारत आज अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है और इसी के साथ देश में आज़ादी के अमृत महोत्सव के जश्न की शुरुआत हो गई है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लखनऊ में ध्वजारोहण किया. केसरिया पगड़ी पहने हुए सीएम योगी ने के तिरंगे को सलामी भी दी. वहीं राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी झंडा फहराया. सीएम योगी ने समारोह को संबोधित करते कहा कि देश के 75वें स्वाधीनता दिवस पर मैं सभी प्रदेशवासियों को हृदय से बधाई देता हूं. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रदेश के सभी जिलों जिलाधिकारियों ने ध्वजारोहरण किया और सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हम सबका सौभाग्य है कि देश की स्वाधीनता के अमृत महोत्सव वर्ष का हम सबको साक्षी बनने का अवसर मिल रहा है. 1947 में पराधीनता के खिलाफ एक लंबी लड़ाई के बाद देश स्वतंत्र हुआ था. देश की स्वाधीनता की क्या कीमत होती है, यह देश के अंदर अलग-अलग स्थानों पर बने शहीद स्मारक, स्वाधीनता आंदोलन से जुड़े वह सभी स्मारक इस बात के गवाह हैं. 1857 से आरंभ हुई देश की स्वाधीनता की उस सामूहिक लड़ाई में इस देश ने विदेशी हुकूमत को अपनी ताकत का अहसास कराया था. अमृत महोत्सव के अवसर पर देश के यशस्वी प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में एक नए भारत एक श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार होते देख रहे हैं. मैं इस अवसर पर सभी अमर सेनानियों को कोटि-कोटि नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सीएम योगी ने कहा कि देश की स्वाधीनता के बाद देश की बाह्य और आतंरिक सुरक्षा को सुदृढ़ बनाए रखने और भारत के नागरिकों को सुरक्षित माहौल प्रदान करने वाले भारत के सभी वीर जवानों जिन्होंने देश में विभिन्न युद्धों में अपना बलिदान दिया, मैं उन सभी जवानों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. 1916 में स्वराज्य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा का उद्घोष करने वाले लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक का यह उद्घोष देश की स्वाधीनता का एक मंत्र बन गया था. नेता जी सुभाषचंद्र बोस, वीर सावरकर, सरदार पटेल, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे स्वाधीनता संग्राम के वीर सेनानियों ने इस लड़ाई को नई ऊंचाइयां प्रदान कीं. क्रांतिकारी गतिविधियां पूरे देश के अंदर चलती रहे और उत्तर प्रदेश को इस मामले में इस निर्णायक लड़ाई का एक केंद्र बिंदु बना था.
उन्होंने कहा "अब जब हम देश की स्वाधीनता के अमृत महोत्सव में प्रवेश कर रहे हैं तो हमें इन्हें याद करना चाहिए 1922 में गोरखपुर के चौरी चौरा में वहां के किसानों ने वहां के नागरिकों ने विदेशी हुकूमत के खिलाफ एक निर्णायक लड़ाई को आगे बढ़ाया था. बलिया में 1942 में अपने आप को स्वाधीन घोषित कर दिया था. मेरठ के अंदर क्रांतिकारियों ने देश की स्वाधीनता को आगे बढ़ाते हुए दिल्ली के अंदर हमें कैसे भारत के आन बान और शान के प्रतीक तिरंगे को लहराया और काकोरी की घटना को कौन भूल सकता है. इसी लखनऊ में पंडित राम प्रसाद बिस्मिल ठाकुर रोशन सिंह चंद्रशेखर आजाद अशफाक उल्ला खान राजेंद्र प्रसाद गाड़ी जैसे क्रांतिकारियों ने विदेशी हुकूमत के खिलाफ जिस क्रांति का बिगुल बजाया था.
राष्ट्रधर्म के लिए ईमानदारी से सबको प्रयास करने चाहिए
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश की सबसे बड़ी आबादी वाले सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश से इस देश को कुछ अपेक्षाएं होगी. अमृत महोत्सव वर्ष ऐसे समय में हमारे सामने है जब वैश्विक महामारी कोरोना पूरी दुनिया को पस्त किए हुए हैं, लेकिन कोरोना महामारी के बीच से ही रास्ता निकाल कर जीवन और जीविका को बचाने के लिए एक नई प्रतिस्पर्धा प्रारंभ हुई है हम सब उसके बीच से रास्ता बनाते हुए आगे बढ़ रहे हैं हम देश के सभी वैज्ञानिकों का नमन करते हैं, जिन्होंने वैक्सीन बनाने का काम किया देश के वैज्ञानिकों ने देश को एक सुरक्षा कवच भी प्रदान किया है.