लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी का युवा अब बाहर नहीं जाएगा, बल्कि अपने गांव-घर में ही रोजगार पाएगा. यहां के युवाओं के पास असीम प्रतिभा है. उनकी प्रतिभा और ऊर्जा के बल पर हम संभावनाओं को आगे बढ़ाएंगे. अभी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (यूपीजीआईएस) के जरिए 33 लाख 52 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव आए हैं. ऐसा पहली बार हुआ, जब किसी एक जिले में नहीं, बल्कि यूपी के सभी 75 जिलों में निवेश होगा. सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को आयोजित निजी चैनल के कॉन्क्लेव में अपनी बातें रखीं.
सीएम ने कहा कि यह यूपी के सामर्थ्य की झलक है. पहले भी यह सामर्थ्य था. 1947 में यूपी की प्रति व्यक्ति आय नेशनल एवरेज से अच्छी थी, लेकिन जातिवाद-मजहब के आधार पर विभाजन किया गया. जाति व परिवार के नाम पर भ्रष्टाचार फैलाया गया. 2016-17 आते-आते इन लोगों के कारण यूपी की प्रति व्यक्ति आय नेशनल एवरेज से वन थर्ड आ गई. हम तेजी से बढ़े और 6 वर्ष में प्रतिवर्ष आय और जीडीपी को दोगुना किया. अगले 5 वर्ष में यह नेशनल एवरेज से आगे होगी.
सभी 75 जिलों में मिले निवेश के प्रस्ताव :सीएम ने कहा कि निवेश महाकुंभ की यही विशेषता है कि 33 लाख 52 हजार करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले हैं. 10 लाख करोड़ तक के प्रस्ताव पूर्वी यूपी, 4.29 लाख करोड़ के प्रस्ताव बुंदेलखंड को मिले. पहली बार ऐसा हुआ कि सभी 75 जनपदों में निवेश होने जा रहा है. नौकरी के लिए पहले युवाओं को अन्य देश-राज्यों में भटकना पड़ता था पर आज युवा के लिए अवसर है. जो नौकरी आएगी, वह यहीं के युवाओं को तो मिलेगी. उसे अपने गांव-घर में ही रोजगार मिलेगा. फैक्ट्री के लिए रॉ मैटेरियल भी लेंगे. किसान, मजदूर, मटेरियल, ईंट, बालू, सरिया सब यहीं से मिलेगा तो कोई बाहर क्यों जाएगा ? यूपी काफी समृद्धशाली है. उद्योग के लिए ऐंकर यूनिट यहीं स्थापित होनी है.