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छठ पूजा कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ बोले- आस्था के इस पर्व ने पूरे देश को जोड़ रखा है - लखनऊ छठ पूजा कार्यक्रम

यूपी में छठ पूजा का उल्लास छाया हुआ है. घाटों पर व्रती महिलाओं लोकगीतों के जरिए मां का गुणगान कर रहीं हैं. रविवार को लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम (Lucknow Chhath Puja Program) को सीएम योगी आदित्यनाथ ने संबोधित किया.

सीएम योगी ने कार्यक्रम को संबोधित किया.
सीएम योगी ने कार्यक्रम को संबोधित किया.

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 19, 2023, 6:58 PM IST

Updated : Nov 19, 2023, 7:43 PM IST

सीएम योगी ने कार्यक्रम को संबोधित किया.

लखनऊ :लोक आस्था के महापर्व छठ की खुमारी पूरे सूबे में छाई हुई है. हर शहर में व्रती महिलाएं छठी मैया की आराधना कर रहीं हैं. छठ पर्व के तीसरे दिन वे अस्ताचल भगवान भास्कर को अर्घ्य दे रहीं हैं. लखनऊ में भी अलग-अलग घाटों पर हजारों की संख्या में महिलाएं अर्घ्य देने के लिए पहुंचीं. रविवार को लखनऊ में छठ पूजा कार्यक्रम हुआ. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम को संबोधित किया. उन्होंने पर्व की खासियत बताते हुए लोगों को भी उनकी जिम्मेदारियों का अहसास कराया. भोजपुरी में माताओं-बहनों को पर्व की शुभकामनाएं दीं.

छठ ने पूरे देश को एकजुट कर रखा है :लक्ष्मण मेला घाट पर छठ पूजा कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि छठ कठिन व्रत है. हमरा बड़ा आनंद महसूस हो रहल बा, छठ कै आप सब के बहुत- बहुत बधाई. छठी मैया कै कृपा आप सब पर बनल रहै, परिवार के लोगों के लिए कठिन व्रत रखने वाली माताओं-बहनों को शुभकामनाएं. पूरे भारत को यह पर्व एकता के सूत्र में जोड़ता है. महिलाओं की इस आस्था ने विपरीत हालात में भी पूरे देश को एकजुट कर रखा है. मध्य काल में जिन विदेशी आक्रांताओं ने हमारे धर्म स्थल को अपवित्र किया, उसे क्षतिग्रस्त किया. अगर ये आस्था नहीं होती तो हम भी उन देशों की तरह होते, जहां की परंपरा नष्ट हो गईं. उनके सामने अस्तित्व का संकट खड़ा हो गया है.

लखनऊ के लक्ष्मण मेला घाट पर महिलाओं ने पूजा की.

कार्यक्रम के बाद आयोजक कराएं घाटों की सफाई :सीएम ने कहा कि इस प्रकार की आस्था को लोगों ने मिलकर जीवित बनाए रखा है. हमारा देश पर्व और त्याहारों का देश माना जाता है. अलग-अलग देशों में अलग-अलग परंपराएं हैं. 500 साल तक राम जन्मभूमि के लिए आंदोलन हुआ, अब विजय प्राप्त हुई. इस अवसर पर हम सबकी भी जिम्मेदारी बनती है. छठ भगवान को आभार जताने का भी पर्व है. हर व्यक्ति उसके प्रति समर्पण का भाव रखता है. हम नदियों में दूध भी डालें, कहे कि हम जल को स्वच्छ बनाए रखेंगे. कार्यक्रम खत्म होने के बाद आयोजकों का फर्ज है कि वह प्रशासन के साथ मिलकर घाटों को साफ बनाएं.

कई महिलाएं तो पूरे परिवार के साथ घाट पर पहुंची हैं.

व्रती महिलाएं बोलीं- हमेशा मिलता है छठी मैया का आशीर्वाद :लक्ष्मण मेला घाट पर अपने पूरे परिवार के साथ पहुंची निर्जला छठ वर्ती दिशा पांडे ने कहा कि उनके परिवार में छठ महापर्व बीते 32 वर्षों से मनाया जा रहा है. वह भाभी, सास, देवरानी और ननद के साथ घाट पर सूर्य भगवान को अर्घ्य देने आईं हैं. वहीं शैलजा कहती है कि छठ पर्व आस्था और विश्वास का पर्व है. छठी मईया उनके परिवार को हमेशा खुश और संपन्न रखेंं, यही कामना है. हमेशा से ही मैया का आशीर्वाद हम सबको मिलता रहा है. मूल रूप से पंजाब की रहने वाली स्वाति जेटली ने कहा कि वैसे तो वो पंजाबी है लेकिन कई वर्षों से छठ पर्व मने रहे हैं. पहले पटना में मनाती थी और शादी के बाद लखनऊ में. पति के साथ सूर्य भगवान को अर्घ्य देने आई दीपिका ने कहा कि यह पर्व सभी को अपनी ओर खींच लाता है.

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दी पर्व की शुभकामनाएं :अमेठी में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा की शुभ कामना दी. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि सूर्योपासना आउर लोक आस्था के महापर्व 'छठ पूजा' के रउवा सब के हार्दिक शुभकामना. आगे उन्होंने लिखा है कि भगवान भास्कर आउर छठी मईया हम सबके जीवन में सुख, समृद्धि आउर आरोग्य के आशीर्वाद दें, इहे कामना करत बानी. पने संदेश के साथ एक वीडीओ भी पोस्ट किया है.

काशी के घाटों पर पूजा के लिए उमड़ी भीड़.
वाराणसी में भी घाटों पर उमड़ी भीड़.

काशी में लाखों श्रद्धालुओं ने की पूजा : धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में आस्था का महापर्व छठ का अलग उत्साह देखने को मिला. काशी के विभिन्न घाटों और कुंड और तालाबों के पास व्रती महिलाएं पूजा करती नजर आईं. काशी के 84 घाटों की श्रृंखला में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने छठ पूजा को संपन्न किया. व्रती महिलाएं गंगा में खड़ी होकर भगवान सूर्य को अर्घ्य देती नजर आईं. व्रती महिला सविता ने बताया यह तीन दिन का महापर्व है. कल उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. इसी के साथ व्रत का समापन हो जाएगा. घर में ठेकुआ बनाया जाता है. सूप में सभी प्रकार के फल को रखकर माता को चढ़ाया जाता है. जो भी विश्वास व श्रद्धा से इस व्रत को रखता है, उसकी सभी प्रकार की मनोकामना पूर्ण होती है.

प्रयागराज में भी पूजा के लिए घाट पर उमड़ी भीड़.

प्रयागराज में ढलते सूरज को व्रतियों ने दिया अर्घ्य :संगम तट पर अपने परिवार के साथ पहुंचकर व्रती महिलाओं ने डूबते सूर्य अर्घ्य दिया. एक हफ्ते पहले से संगम क्षेत्र में छठ पूजा को लेकर साफ-सफाई और घाट पर महिलाओं को कोई दिक्कत ना हो इसकी इसको देखते हुए विशेष व्यवस्था की गई थी. दो व्रती महिला मंजू और मंजू सिंह ने बताया कि हमें इस दिन का साल भर से इंतजार रहता है. हम लोग महीनों से पूजन की तैयारी करते हैं. तीन दिनों तक प्रसाद और तरह-तरह की व्यंजन चढ़ने वाले बनाए जाते हैं.

यह भी पढ़ें :टीम इंडिया की जीत के लिए व्रती महिलाओं ने मांगी मन्नत, कहा- हे छठी मैया इस बार वर्ल्ड कप दिला दो

Last Updated : Nov 19, 2023, 7:43 PM IST

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