कानपुर:छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में आयोजित आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए बुधवार को विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल पहुंची थीं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कोरोना के दौरान सबसे बड़ी भूमिका में नजर आई हैं. उन्होंने कहा चाहे वह निगरानी समिति के जरिए कोरोना वायरस पर नजर रखने का कार्य हो या कोई और कार्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने पूरी लगन के साथ अपना रोल निभाया है. योगी आदित्यनाथ ने आंगनवाड़ी केंद्रों को गोद लेने वालों की भी प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति जो सक्षम है, उसे इस क्रम में आगे आना चाहिए और आंगनवाड़ी केंद्रों को गोद लेना चाहिए. ऐसे में आंगनवाड़ी केंद्र विकसित होंगे और इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जब पहली और दूसरी लहर में पूरे देश में हालात बेकाबू हो गए तो ऐसे में भी उत्तर प्रदेश ने बेहतर प्रदर्शन किया है.
उत्तर प्रदेश ने कोरोना वायरस से निपटने में मजबूती से कार्य किया है. इस दौरान उन्होंने कोरोना के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए कार्य की भी तारीफ की. उन्होंने कहा कि जब लोग डर से अपने घरों में थे तब आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर निगरानी की और सही सूचना सरकार तक पहुंचाई, जिस वजह से हम इतने प्रभावी तरीके से कोरोना वायरस से लड़ पाए हैं.
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की जमकर प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र ही वह केंद्र होते हैं ,जहां 3 से 5 साल के बच्चों को शिक्षा मिलती है. अगर हमारे आंगनबाड़ी केंद्र विकसित होंगे तो ऐसे में बच्चों का भविष्य भी बेहतर होगा. इतना ही नहीं उन्होंने लोगों से ज्यादा से ज्यादा आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेने की अपील भी की. उन्होंने अपने गुजरात मॉडल के बारे में भी बात की थी. किस तरीके से गुजरात में शिक्षा में कार्य कर प्रगति प्राप्त की गई. उसी तरीके से उत्तर प्रदेश में शिक्षा नीति को सुचारू रूप से चलाने की बात कही.
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