लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि प्रदेश वापस आने वाले कामगारों श्रमिकों को क्वारंटाइन सेंटर में जाने के साथ ही उनकी स्क्रीनिंग की जाए. जो स्वस्थ हों उन्हें राशन किट दिया जाए. इसके बाद ही होम क्वारंटाइन के लिए भेजा जाए.
सीएम ने कहा कि होम क्वारंटाइन के दौरान मजदूरों को एक हजार का भरण-पोषण भत्ता भी दिया जाए. नियमित रूप से खाद्यान्न मिलने के लिए मजदूरों के राशन कार्ड भी बनाए जाएं. मुख्यमंत्री ने होम क्वारंटाइन सेंटर तथा कम्युनिटी किचन में साफ-सफाई तथा सुरक्षा के बेहतर इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार श्रमिकों को रोजगार तथा सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए प्रदेश सरकार ने एक आयोग गठित करने का निर्णय लिया है. उन्होंने इस आयोग के गठन की कार्यवाही को तेजी से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. आयोग का नाम "कामगार श्रमिक सेवा आयोजन एवं रोजगार कल्याण आयोग" रखा गया है.
वहीं कोरोना अपडेट प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रमिकों के लिए सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) सेक्टर, एक जनपद एक उत्पाद योजना तथा विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना में रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं. इसी प्रकार कृषि, डेयरी, पशुपालन से जुड़ी गतिविधियों में भी रोजगार की बड़ी संभावनाएं हैं.