लखनऊ: उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ शिक्षक नेता और आठ बार एमएलसी रहे ओम प्रकाश शर्मा का शनिवार की शाम निधन हो गया. उनके निधन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा शोक व्यक्त किया. वहीं शिक्षक नेताओं ने भी उन्हें नमन किया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक संदेश के माध्यम से कहा कि ओम प्रकाश शर्मा वरिष्ठ एवं अनुभवी शिक्षक नेता थे. वे शिक्षक कल्याण व शिक्षा जगत के लिए सदैव तत्पर रहे. उनके निधन से शिक्षा जगत को अपूरणीय क्षति हुई है. वहीं मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए स्व. ओम प्रकाश शर्मा के शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की.
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशीय मंत्री एवं प्रवक्ता डाॅ. आरपी मिश्रा ने बताया कि शनिवार सुबह करीब 11 बजे मोबाइल पर धरने को लेकर बातचीत हुई थी. उन्होंने अंतिम समय तक धरने पर बैठकर शिक्षकों के लिए संघर्ष किया. ऐसे महान युगपुरुष को शत-शत नमन है. वहीं जिलाध्यक्ष आरके त्रिवेदी ने बताया कि ओम प्रकाश शर्मा लगातार 48 साल तक प्रदेश के शिक्षक राजनीति में दमदार भूमिका में रहे. अंतिम समय तक उन्होंने शिक्षकों के धरने को संबोधित किया था.
देश की राजनीति में बड़ा नाम
उत्तर प्रदेश की शिक्षक राजनीति के भीष्म पितामह माने जाने वाले ओम प्रकाश शर्मा 87 वर्ष के थे. गत दिनों हुए मेरठ शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. शिक्षक हितों के आंदोलन को लेकर वह माध्यमिक शिक्षक संघ (शर्मा गुट) के बैनर तले हर सरकार के लिए चुनौती भी बने रहे. वे लगातार मेरठ शिक्षक सीट से 48 साल तक प्रदेश की शिक्षक राजनीति में दमदार भूमिका में रहे. शनिवार को भी दिन में उन्होंने शिक्षकों के धरने को संबोधित किया था.
48 साल का रहा रिकार्ड
बता दें कि बतौर निर्दलीय प्रत्याशी ओम प्रकाश शर्मा पहली बार 1970 में एमएलसी चुने गए थे. 1970 से 1976 तक एमएलसी रहे. 1976 से 1978 के बीच चुनाव नहीं हुआ था. उसके बाद से वह 1978 से लगातार एमएलसी चुने गए. वे लगातार आठ बार एमएलसी रहे. हालांकि इस बार हुए एमएलसी के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन उन्होंने कहा था कि शिक्षकों के लिए लगातार काम करते रहेंगे.