लखनऊ: वैशाखी पर्व पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राजधानी के यहियागंज ऐतिहासिक गुरुद्वारे में मत्था टेका. श्रद्धालुओं के बीच योगी काफी देर तक गुरुद्वारे में रुके. इस मौके पर उनके साथ डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, स्वतंत्र देव सिंह, नवनीत सहगल, जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश और महापौर सरिता भाटिया भी मौजूद रहे. वहीं, सीएम योगी ने आज संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती के अवसर पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की.
आज के दिन बैसाखी पर्व पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुद्वारे में मत्था टेकने के लिए पहुंचे थे. सीएम योगी काफी देर गुरुद्वारे में रुके. उन्होंने श्रद्धालुओं के बीच बैठकर सिख धर्म और गुरु गोविंद सिंह का जिक्र करते हुए कहा कि लोगों को उनके द्वारा दिखाए गए मार्गों का अनुसरण करना चाहिए. उन्होंने गुरु गोविंद सिंह के त्याग के बारे में बताते हुए कहा कि लोगों को सेवा और त्याग के संदेश पर चलना चाहिए. उन्होंने कहा कि बैसाखी पर्व हमें समानता का पाठ सिखाता है. बैसाखी पर्व पर सीएम ने समाज में एकता पर विशेष जोर देने पर बल दिया. साथ ही सिख गुरु के संदेशों की याद दिलाते हुए उन्होंने छुआछूत जैसी सामाजिक बुराइयों को खत्म करने की अपील की.
सीएम योगी ने भारतीय संविधान के शिल्पी, भारतरत्न बाबा साहब डॉ. बीआर आंबेडकर की जयंती पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि बाबा साहब डॉ. आंबेडकर ने सामाजिक असमानता को दूर करने तथा वंचित वर्गाें को सामाजिक न्याय दिलाने के उद्देश्य से भारत के संविधान में अनेक प्राविधान किए. भारतीय संविधान के निर्माण में बाबा साहब डॉ. आंबेडकर के योगदान के लिए देशवासी सदैव उनके प्रति कृतज्ञ रहेंगे.