लखनऊः राजधानी में रविवार को आयोजित भाजपा के पिछड़ा वर्ग के सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारें दंगाइयों को प्रश्रय देती थी. बीते साढ़े 4 साल में एक भी दंगा नहीं हुआ. प्रदेश में इस बार 41 हजार मूर्ति स्थापित हुई. उन्होंने कहा कि पहले पर्व-त्यौहार आते थे, व्यापार का समय होता था, तब प्रदेश में कर्फ्यू लग जाता था, दंगे होते थे. क्योंकि पिछली सरकारों की फितरत ही दंगा थी. वे दंगाइयों को प्रश्रय देकर आगे बढ़ाते थे. दंगों से प्रदेश की जनता प्रताड़ित थी, झूठे मुकदमे दर्ज होते थे.
सीएम योगी ने कहा कि पिछली सरकारों में जो मूर्ति बनाता था, उसकी मूर्ति नहीं बिकती थी, जो दिया बनाता था उसके दिये तोड़ दिए जाते थे. उसके बाद पर्व-त्यौहार को अंधेरे में धकेल दिया जाता था. लेकिन आपने विगत साढ़े चार वर्षों में उत्तर प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हुआ. सीएम ने कहा कि दंगाइयों को पहले दिन से ही संदेश दे दिया गया था कि अगर दंगा करोगे तो अगली सात पीढ़ियों का पट्टा लिखकर के जाना जो भरपाई करते रहेंगे. अब प्रदेश में दंगा नहीं हो सकता. प्रदेश में पर्व-त्यौहार खुशी से मनाया जा रहा है.
2014 से पहले नारा होता था सबका साथ, परिवार का विकास
सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि बीजेपी राष्ट्रवादी विचारधारा पर काम करती है, जिसका मूल उद्देश्य सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे भवन्तु निरामयः है. उन्होंने कहा कि 2014 से लगातार देश में पीएम मोदी के नेतृत्व में काम हुए वो आप सब देख रहे हैं. 2014 से पहले नारा होता था सबका साथ, परिवार का विकास. उनको समाज की चिंता नही हुई, प्रदेश दंगो में झोंक दिया गया था. 2014 से पहले शासन करने वालों का नारा था सबका साथ, लेकिन उनके परिवार का विकास. उन्हें स्वयं और स्वयं के परिवार के अलावा समाज और राष्ट्र के बारे में कोई चिंता थी ही नहीं, यही कारण रहा कि प्रदेश पिछड़ता गया. बदहाली होती गई, बेरोजगारी बढ़ती गई, दंगों की आग में प्रदेश को झोंक दिया गया.