लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन के दौरान बसों के संचालन के लिए निर्देश दिए थे. दूरदराज क्षेत्रों में फंसे तमाम यात्रियों के लिए 1,000 बसों के संचालन के लिए रोडवेज प्रशासन को निर्देश दिया गया था. वहीं 25 से 29 मार्च तक उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम प्रशासन ने 700 से 800 तक बसों का संचालन कराया. लाखों की संख्या में यात्रियों को विभिन्न स्थानों से उनके घरों तक पहुंचाया गया.
लोगों को दी गई मुफ्त बस सेवा
कोरोना वायरस के कारण देशभर में 25 मार्च से लॉकडाउन चल रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अचानक देशभर में लॉकडाउन का ऐलान किया, जिससे तमाम लोग दूसरे राज्यों में फंसे रह गए. वहीं गाजियाबाद में एक साथ लाखों की भीड़ बस स्टेशन पर बस पकड़ने के लिए उमड़ पड़ी. इसे देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तत्काल पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए 1,000 बसों के संचालन का आदेश जारी किया.
26 मार्च से 29 मार्च तक लखनऊ से 730 बसें संचालित की गई. इनमें सबसे ज्यादा बसें 29 मार्च को संचालित हुई. बीते 29 मार्च को 339 बसें चलवाई गई. 26 से 28 मार्च तक बसों से सफर करने वाले यात्रियों से रोडवेज ने किराया वसूला, लेकिन 28 मार्च को रात में सरकार की तरफ से मुफ्त यात्रा का आदेश जारी कर दिया गया. इसके बाद 29 मार्च को किसी भी यात्री से किराया वसूल नहीं किया गया.