लखनऊ : करीब डेढ़ साल से लंबित चल रहे टेंपो परमिट पर ऑटो रिक्शा खरीदने का रास्ता साफ हो गया. परमिट पर टेंपो खरीदने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई थी. कमेटी ने अपनी रिपोर्ट मंडलायुक्त को सौंप दी है. रिपोर्ट मिलने के बाद मंडलायुक्त ने इसे मंजूरी दे दी है. अब सीएनजी टेंपो परमिट पर ऑटो रिक्शा खरीदने की मंजूरी के लिए क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक में प्रस्ताव पर चर्चा करके अंतिम मंजूरी दी जाएगी. इसके बाद लखनऊ में पंजीकृत ढाई हजार के करीब सीएनजी टेंपो मालिक ऑटो रिक्शा खरीद सकेंगे.
आरटीओ प्रशासन आरपी द्विवेदी (RTO Administration RP Dwivedi) ने बताया कि कमेटी की रिपोर्ट पर मंडलायुक्त ने सहमति दे दी है. जल्द ही इस प्रस्ताव बनाकर आरटीए (regional transport authority) की बैठक में मंजूरी के लिए रखा जाएगा. बैठक में टेम्पो-टैक्सी व ऑटो रिक्शा संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल (Tempo-taxi and auto rickshaw United Front delegation) में राजन सिंह, पंकज दीक्षित, शताक्षी, मारिफ खान, राजेश राज आदि मौजूद रहे.
निजी बसों के परमिट के लिए तक करें आवेदन : लखनऊ-गाजीपुर वाया अंबेडकरनगर, आजमगढ़ पूर्वांचल एक्सप्रेस वे मार्ग, चित्रकूट भरथना इटावा वाया बांदा, राठ, जालौन, औरैया बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे मार्ग, लखनऊ नोयडा सेक्टर-37 एक्सप्रेस वे वाया रिंग रोड, कुबेरपुर आगरा, परी चौक मार्ग बोटेनिकल गार्डन सेक्टर-37 से कौशांबी-मेरठ एक्सप्रेस वे परतापुर-मेरठ बाईपास घंटाघर मार्ग पर सवारी गाड़ी परमिट के लिए निजी बस मालिक 22 नवंबर तक अपना आवेदन एसटीए कार्यालय में कर सकते है. यह जानकारी सचिव ममता शर्मा ने दी.
11 सूत्री मांगों पर फिर लामबंद हुए रोडवेज कर्मी : परिवहन निगम के श्रमिक समाज कल्याण संघ ने एक बार फिर 11 सूत्री कर्मचारियों की लंबित मांगों को लेकर प्रमुख सचिव परिवहन को पत्र भेजा है. पत्र में मृतक आश्रितों की भर्ती करने से लेकर संविदा को नियमित करने और कर्मचारियों को 21 फीसदी महंगाई भत्ता दिए जाने की मांग को प्रमुखता से रखा है. संघ के प्रांतीय महामंत्री बनारसी राम ने बताया कि संघ की ओर से बार-बार लंबित मांगों को लेकर वार्ता की जा रही है. इसके बावजूद कोई समाधान नहीं निकाला जा रहा है.
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