लखनऊ:राजधानी लखनऊ में मानसून से पहले नाला सफाई के दावों की पड़ताल को लेकर ईटीवी भारत ने पिछले दिनों रियलिटी चेक किया था, जिसमें कई नाले गंदगी से भरे पड़े मिले थे. ईटीवी भारत की खबर का संज्ञान लेते हुए महापौर संयुक्ता भाटिया ने नगर निगम के अफसरों को निर्देश दिया कि मानसून से पहले हर हाल में नाला सफाई की जाए, जिसके बाद बुधवार को लखनऊ के कई नालों की युद्ध स्तर पर सफाई का कार्य शुरू किया गया.
कूड़ा-करकट और प्लास्टिक से भरे पड़े थे नाले
राजधानी के बड़े कुकरेल नाले सहित अन्य नालों की सफाई का काम बुधवार से शुरु हुआ. इसमें मशीनों के माध्यम से और मैनुअल तरीके से कर्मचारी नाला साफ करते हुए नजर आए. मुख्यमंत्री आवास से चंद कदमों के पास से गुजरने वाले बड़े नाले की सफाई शुरू कराई गई है. यह पूरा नाला पूरी तरह से कूड़ा-करकट और प्लास्टिक से भरा हुआ था.
ईटीवी भारत की खबर के बाद जागा नगर निगम
ईटीवी भारत की खबर के बाद नगर निगम प्रशासन ने जेसीबी जैसी मशीनों से नाले में पटी गंदगी को निकालने का काम शुरू कराया है. इसके साथ ही कुछ कर्मचारियों को मैनुअल तरीके से सफाई करने के लिए नालों में उतारा. चौंकाने वाली बात यह है कि नालों की सफाई करने वाले कर्मचारियों को सुरक्षा के उपकरण नहीं दिए गए. सुरक्षा उपकरण न होने से नाला साफ करने के दौरान कर्मचारियों के लिए खतरनाक स्थिति पैदा हो सकती है.
महापौर ने दिए सख्त निर्देश
नगर निगम प्रशासन के अधिकारियों को महापौर संयुक्ता भाटिया ने सख्त निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द सभी नालों की पूरी तरह से सफाई कराई जाए, जिससे मानसून आने पर लखनऊ में जलभराव की समस्या न होने पाए. नगर निगम की तरफ से अब युद्ध स्तर पर नालों की सफाई का काम शुरू कराया गया है. हालांकि सफाई कर्मचारियों से मैनुअल तरीके से नाला सफाई कराने में नगर निगम प्रशासन की तरफ से लापरवाही बरती जा रही है.
सिर्फ कागजों पर हुआ था नाला सफाई का कार्य
राजधानी में मानसून से पहले नाला सफाई अभियान पूरा होने के दावों की पड़ताल के लिए ईटीवी भारत ने रियलिटी चेक किया था. इस रियलिटी चेक के दौरान राजधानी के तमाम नाले गंदगी से पटे मिले. कागजों पर नाला सफाई अभियान चलाने के बजाय धरातल पर नाला सफाई नहीं कराया गया तो राजधानी लखनऊ की जनता को जलभराव से मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा.
प्रकाशित खबर का लिंक:लखनऊ: मानसून से पहले राजधानी में नाला सफाई की खुली पोल, जलभराव की हो सकती है दिक्कत
लखनऊ नगर निगम के एक अधिकारी ने दावा किया था कि 8 जून, यानी सोमवार तक सभी प्रकार के नाले साफ किए जा चुके हैं, जिससे जिले में जलभराव की समस्या नहीं होगी. प्रशासन ने नाला सफाई अभियान के लिए युद्ध स्तर पर काम किया है, जबकि ईटीवी भारत की रियलिटी चेक में यह बात सामने निकलकर आई कि राजधानी के कई बड़े नालों की सफाई का कार्य अब तक पूरा नहीं हो पाया है.