लखनऊ : सिविल अस्पताल की पैथोलॉजी में सर्वर ठप हो जाने से मंगलवार को जांच कराने आए मरीजों को खासी समस्या हुई. उन्हें दो घंटे तक जांच के लिए रजिस्ट्रेशन कराने का इंतजार करना पड़ा. इसके बाद कुछ मरीजों के जांच के लिए सैंपल मैनुअली लिए गए. इस दौरान मरीजों के तीमारदार काफी परेशान रहे. साथ ही पर्चा काउंटर के बाहर काफी अफरातफरी रही. दो घंटे बाद जब पर्चा बनना शुरू हुआ तो ओपीडी में तीमारदार आपस में उलझते रहे.
मंगलवार सुबह 11ः45 बजे सिविल अस्पताल में लोगों ने ओपीडी में परामर्श के लिए पर्चा बनवा रहे थे. पर्चा बनवाने के बाद डॉक्टर से परामर्श लिया जहां कई मरीजों को डॉक्टर ने खून संबंधित जांच कराने के निर्देश दिए. जांच कराने के बाद रिपोर्ट भी दिखाने के लिए कहा, लेकिन जब मरीज पैथोलॉजी लैब में जांच कराने के लिए पहुंचे तो मरीजों को बताया गया कि सर्वर ठप गया है. इसके बाद दो घंटे से ज़्यादा समय तक मरीजों ने जांच कराने के लिए इंतजार करना पड़ा. इसके बाद लैब के कर्मचारियों ने मरीजों के पर्चे पर ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन नंबर डालने शुरू किए और खून की जांच के लिए नमूने लिए.
सिविल अस्पताल का सर्वर दो घंटे रहा ठप, मरीज रहे हलकान - ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन नंबर
सिविल अस्पताल की पैथोलॉजी में सर्वर ठप हो जाने से मंगलवार को जांच कराने आए मरीजों को खासी समस्या हुई. उन्हें दो घंटे तक जांच के लिए रजिस्ट्रेशन कराने का इंतजार करना पड़ा. इसके बाद कुछ मरीजों के जांच के लिए सैंपल मैनुअली लिए गए. इस दौरान मरीजों के तीमारदार काफी परेशान रहे. साथ ही पर्चा काउंटर के बाहर काफी अफरातफरी रही. दो घंटे बाद जब पर्चा बनना शुरू हुआ तो ओपीडी में तीमारदार आपस में उलझते रहे.
अस्पताल के पैथोलॉजी लैब (pathology lab) में ढाई सौ से ज्यादा मरीजों की भीड़ थी. बुखार से ग्रस्त मरीजों को डॉक्टर ने डेंगू की जांच के लिए कहा था. जांच कराने पहुंचे तो पता चला कि सर्वर के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग का पोर्टल भी काम नहीं कर रहा है. इस कारण डेंगू जांच के लिए सैंपल लेने से पहले होने वाले पंजीकरण की प्रक्रिया नहीं हो पा रही है.
थायराइड की जांच के लिए लंबी वेटिंग :अस्पताल में आने वाले मरीजों में बहुत से मरीजों की थायराइड जांच होनी होती है. अब मरीजों को चार-पांच दिन की वेंटिंग है. उनके पास से पर नंबर लगाकर उन्हें वापस भेज दिया जा रहा है. वेटिंग में लगे नंबर आने पर उनके सैंपल लेकर जांच किए जा रहे हैं. सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ आरपी सिंह (Chief Medical Superintendent Dr RP Singh) ने कहा कि कुछ देर के लिए बंद हो गया था, लेकिन बाद में सही होने पर जांच शुरू कर दी गई थी. जितने भी मरीज आए थे सभी को देखा गया है.
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