लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार के 4.5 साल पूरे हो चुके हैं. 2022 विधानसभा चुनाव भी करीब आ गया है. सभी दल अपनी-अपनी तैयारियों में जुट गए हैं. ईटीवी भारत ने प्रदेश सरकार के कार्यकाल में राजधानी लखनऊ की स्थिति जानने की कोशिश की. लखनऊ के पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र की जनता से बात की गई तो किसी ने समस्याओं को गिनाया तो कोई उत्तर प्रदेश में फिर से बीजेपी की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ बने कहता नजर आया.
बता दें कि 2017 विधानसभा चुनाव में इस क्षेत्र से भाजपा ने जीत दर्ज की थी. भाजपा ने सुरेश कुमार श्रीवास्तव को अपना प्रत्याशी घोषित किया था. सुरेश कुमार श्रीवास्तव पहले भी कई बार विधायक रहे हैं. वर्ष 2017 में 13,072 के अंतर से जीत दर्ज की थी. मौजूदा वक्त में विधायक सुरेश कुमार श्रीवास्तव की कोरोना से मौत हो चुकी है. अब देखना यह होगा कि भाजपा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से किस को अपना प्रत्याशी घोषित करती है और यह सीट किसके पाले में जाएगी.
2021 के आंकड़ों की माने तो मौजूदा वक्त में पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में 4,25,000 वोटर हैं और 437 पोलिंग बूथ हैं. चौक के स्थित कोनेश्वर चौराहे से लेकर आईआईएम रोड तक, दुबग्गा चौराहे से पुरानी पारा पुलिस चौकी, पारा, राजाजीपुरम, पुराना हैदरगंज तिराहा, कैंपवेल रोड, बालागंज रोड के इलाके पश्चिम विधानसभा के दायरे में आते हैं.
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इस विधानसभा क्षेत्र में करीब 20 वार्ड हैं. इनमें काली जी वार्ड (आधा), आचार्य नरेंद्र देव वार्ड, अंबरगंज वार्ड, कल्बे आबिद प्रथम वार्ड, कल्बे आबिद द्वितीय वार्ड, गढ़ी पीर खां बालागंज वार्ड, न्यू हैदरगंज प्रथम वार्ड, न्यू हैदरगंज द्वितीय वार्ड, न्यू हैदरगंज तृतीय वार्ड, सहादतगंज वार्ड, भवानीगंज वार्ड, लेबर कॉलोनी वार्ड, हरदीन राय नगर वार्ड, राजाजीपुरम वार्ड, कुंवर ज्योति प्रसाद वार्ड, शीतला देवी वार्ड, अशरफाबाद वार्ड, आलम नगर वार्ड, कश्मीरी मोहल्ला वार्ड शामिल हैं.