लखनऊ:मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में उप्र कोर रोड नेटवर्क डेवलपमेंट परियोजना के तहत गठित प्रोजेक्ट गवर्निंग बोर्ड की बुधवार को बैठक की गई. बैठक में विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा की गई और मुख्य सचिव ने इसे समय से पूरा करने के निर्देश दिए.
बैठक में नेटवर्क इम्प्रूवमेंट के तहत स्वीकृत प्रथम चरण के निर्माणाधीन चार मार्गों की प्रगति समीक्षा में बताया कि झांसी में गरौठा-चिरगांव मार्ग को गत 14 जुलाई को मुख्यमंत्री ने लोकार्पण किया है. हमीरपुर में हमीरपुर-राठ मार्ग की भौतिक प्रगति 89.80 प्रतिशत है. कार्य पूर्ण करने की लक्षित तिथि आगामी 24 जून है. लखीमपुर-शाहजहांपुर में गोला-शाहजहांपुर मार्ग की भौतिक प्रगति 56 प्रतिशत है. इसका कार्य पूर्ण करने की लक्षित तिथि नौ नवम्बर 2021 है. इसके अतिरिक्त अमरोहा-सम्भल में बदायूं-बिल्सी मार्ग की भौतिक प्रगति 64.50 प्रतिशत है. इसे तीन नवम्बर तक पूरा करना है.
दूसरे चरण में छह योजनाएं शामिल
दूसरे चरण में छह मार्गों का चयन किया गया है, जिसमें हमीरपुर-राठ-गुरसराय-झांसी मार्ग का परियोजना पर होने वाले खर्च का ब्यौरा तैयार कर शासन में स्वीकृति के लिए भेजा गया है. हामिदपुर-कुचेसर मार्ग तथा मुरादाबाद-हरिद्वार-देहरादून मार्ग की डीपीआर प्राप्त हो चुकी है. परीक्षण के उपरान्त विश्व बैंक को अनापत्ति के लिए प्रेषित की जा रही है. गढ़-स्याना-बुलन्दशहर मार्ग (रा.मा.-65) का डीपीआर प्राप्त होना है. इसके अलावा बांसी-मेंहदावल-खलीलाबाद मार्ग (रा.मा.-88) तथा बहराईच-गोंडा-फैजाबाद (रा.मा.-30) की डीपीआर पर विश्व बैंक से अनापत्ति के उपरान्त आगणन शासन में स्वीकृति हेतु भेजा गया है.
योजनाओं की समीक्षा की गई