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यूपी में एक दिन में 55 हजार टेस्ट, सीएम योगी ने कहा और बढ़े टेस्टिंग क्षमता

उत्तर प्रदेश में कोरोना के नए मामले लगातार सामने आ रहे हैं. इसको देखते हुए सीएम योगी ने टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. रैपिड एंटीजन टेस्ट के माध्यम से वर्तमान में प्रतिदिन किए जा रहे 20 हजार टेस्ट को चरणबद्ध ढंग से बढ़ाकर 50 हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जाने पर बल दिया है.

अधिकारियों के साथ बैठक.
अधिकारियों के साथ बैठक.

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Published : Jul 23, 2020, 6:03 PM IST

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में 55 हजार प्रतिदिन की टेस्टिंग क्षमता अर्जित की है. इसे और बढ़ाने की आवश्यकता है. उन्होंने रैपिड एंटीजन टेस्ट के माध्यम से वर्तमान में प्रतिदिन किए जा रहे 20 हजार टेस्ट को चरणबद्ध ढंग से बढ़ाकर 50 हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जाने पर बल दिया है. मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार यदि एंटीजन टेस्ट किट से 50 हजार जांच के लक्ष्य को हासिल किया गया तो प्रदेश में हर दिन 85 हजार जांच होने लगेंगी.

मुख्यमंत्री ने गुरुवार को यहां अपने सरकारी आवास पर उच्च स्तरीय बैठक के दौरान अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा की. उन्होंने डोर-टू-डोर सर्वे में तेजी लाने के निर्देश दिए. कहा कि इसके माध्यम से अधिक से अधिक लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग की जाए. मेडिकल स्क्रीनिंग में कोविड-19 की संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध पाए जाने वाले लोगों की रैपिड एंटीजन टेस्ट किट के माध्यम से जांच की जाए. संक्रमण की पुष्टि होने पर ऐसे लोगों के उपचार की व्यवस्था तत्काल की जाए.

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में प्रत्येक शनिवार और रविवार को विशेष स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन अभियान चलाया जा रहा है. इसके अच्छे नतीजे भी मिल रहे हैं. कोविड-19, संचारी रोगों को नियंत्रित करने के उद्देश्य से यह अभियान चलाया जा रहा है. स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन कार्य को सफल बनाने के लिए शनिवार और रविवार को सभी बाजारों की साप्ताहिक बंदी की गई है. प्रत्येक स्तर पर स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन का कार्य प्रभावी ढंग से किया जाए. इसमें किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरती जानी चाहिए.

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि जिलों के नोडल अधिकारी प्रतिदिन अपने-अपने जिलों की रिपोर्ट मुख्य सचिव को प्रस्तुत करें. मुख्य सचिव इस रिपोर्ट के आधार पर मुख्यमंत्री को पूरी जानकारी उपलब्ध कराएंगे. शासन के अधिकारियों को फील्ड में तैनात अधिकारियों से नियमित संवाद बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि बरसात के मौसम में पशुओं में होने वाले रोगों के नियंत्रण पर विशेष ध्यान दिया जाए. समस्त गो आश्रय स्थल के गोवंश के नियमित चिकित्सीय परीक्षण की व्यवस्था की जाए. गोवंश के लिए हरे चारे का प्रबंध किया जाए. प्रमुख सचिव पशुपालन को समस्त कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग करने के लिए भी कहा गया है.

मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित लोगों को समय से सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि सभी जिलों में बाढ़ कंट्रोल रूम स्थापित किए जाएं. इन्हें निरंतर एक्टिव रखा जाए. ज्ञात हो कि प्रदेश के कई जिलों में मौजूदा समय में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. इससे तमाम गांव प्रभावित हैं. इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.

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