लखनऊ : बहुप्रतीक्षित जी20 की आर्थिक विश्व संबंधित बैठकों का आगाज सोमवार से सुशांत गोल्फ सिटी स्थित होटल में होगा. इन बैठकों का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे. मुख्य रूप से दुनियाभर में साइबर सुरक्षा को लेकर इसमें महत्वपूर्ण बातचीत की जाएगी. इसके अलावा डिजिटल भुगतान और डिजिटल इनोवेशन पर भी गंभीर चर्चा होगी. जी-20 के 20 देशों के सचिव स्तर इस बैठक में अगले 3 दिनों में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी.
भारत सरकार के तकनीकी मंत्रालय के सचिव अल्केश कुमार शर्मा ने रविवार की शाम आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि जी 20 की डिजिटल इकोनॉमी वर्किंग ग्रुप बड़ा समूह है. 1991 में वित्तीय जटिलताएं शुरू हुई थीं. 20 देशों के वित्त मंत्री जुटे. 2007 मे इसको अपग्रेड किया गया. जी 20 का सम्मेलन होता है. अर्थ, स्वास्थ्य औऱ अन्य मुद्दे पर हम बात करते हैं. उन्होंने बताया कि जी-20 देशों में 75 प्रतिशत जीडीपी दुनिया की है. 2017 में पहली बार डिजिटल वर्किंग पर काम हुआ. फाइनेंस ट्रेक के तहत बैंकिंग पर बात की जाती है. हमारा दूसरा विषय होता है डिजिटल शेरपा ट्रेक. इससे पहले बैठक इंडोनेशिया में हुई थी. अगली बार ब्राज़ील में होगी. उन्होंने बताया कि इस बार हमारी थीम वसुधैव कुटुंबकम है. इसी थीम पर आगे बढ़ेंगे.
उन्होंने बताया कि पहला वर्किंग ग्रुप कल से लखनऊ में होगा. बाकी भी मुद्दों पर बात हुई है. हमारी प्रेजिडेंसी में तीन प्राथमिकताएं तय की हैं. सभी देशों के साथ इन मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. पहली डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर है. हमारा आधार इसकी पहचान है. यूपीआई भी इसमें है. 45 प्रतिशत डिजिटल पेमेंट भारत में होते हैं. बहुत से विकसित देशों में दिक्क़त थी. भारत के प्रति भरोसा बढ़ा है. दूसरी प्राथमिकता सायबर सिक्योरिटी होगी. एक ऐसा तंत्र विकसित किया जाएगा, जिससे साइबर सुरक्षा मिल सकेगी. तीसरी डिजिटल स्किल्स. जिसके जरिये डिजिटल में हम तैयारी करेंगे. फ्यूचर प्राइम स्किल्स पर काम करेंगे. एक करोड़ लोग पंजीकृत हो चुके हैं. पीपीपी पर यह काम हो रहा है. एक करोड़ लोग इससे जुड़े हैं. यह तीन मुद्दे पर बात होगी. यूपी सरकार ने आईटी में काम किया है, उसका एक सत्र होगा. सभी देशों पर बात होगी.