लखनऊ:सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एएनआई को दिए गए साक्षात्कार में यह कहकर सबको चौंका दिया कि आजम खान जेल से बाहर आएं यह खुद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ही नहीं चाहते हैं. उन्होंने कहा कि अगर आजम बाहर आए तो अखिलेश की कुर्सी खतरे में पड़ जाएगी. एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अखिलेश यादव ईमानदारी से बताएं कि वे क्या चाहते हैं? उन्होंने आगे कहा कि वैसे आजम खान का मामला न्यायालय में लंबित है. इसमें राज्य सरकार का कोई दखल नहीं है. राज्य सरकार सिर्फ कोर्ट की ओर से पूछे जाने पर सही तथ्य सामने रख देती है. इधर, एक अन्य सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि नए भारत में विकास सबका होगा, लेकिन तुष्टीकरण किसी का नहीं. सरकार सबका साथ, सबका विकास की भावना के साथ कार्य कर रही है. नया भारत संविधान के अनुरूप चलेगा, शरीयत के अनुरूप नहीं. मैं स्पष्टता से कह सकता हूं कि गजवा-ए-हिंद का सपना कयामत के दिन तक भी साकार नहीं होगा.
चुनाव के समय विपक्ष से जुड़े लोगों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अखिलेश जी के खानदान के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला है, क्या ये भाजपा की सरकार के समय हुआ था? 2013 में तो भाजपा की सरकार भी नहीं थी. इनके खिलाफ और भी बहुत सारे मामले हैं. क्या ये भाजपा के कारण हुआ है? हालांकि, जब हिजाब विवाद पर उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि भारत की व्यवस्था संविधान के अनुरूप चलनी चाहिए. हमारी व्यक्तिगत आस्था और पसंद-नापसंद हम देश और संस्थाओं पर लागू नहीं कर सकते हैं. क्या मैं यूपी में सभी कर्मचारियों या लोगों को बोल सकता हूं कि आप भी भगवा धारण करें? स्कूल में ड्रेस कोड लागू होना चाहिए.
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