लखनऊ:मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को यूपी बोर्ड कक्षा 10वीं की परीक्षा में जनपद के टॉपर्स से संवाद किया और सम्मानित किया. लगभग एक घंटे के लिए इस कार्यक्रम में सीएम ने बच्चों की बात सुनकर उन्हें और शिक्षकों को सफलता के टिप्स दिए. सीएम ने कहा कि अगर बच्चों को पढ़ाने का अंदाज रोचक होगा तो उनका भी पढ़ने में मन लगेगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संवाद करते हुए अभिभावकों ने अपने बच्चों की मेहनत के बारे में बताया. वहीं, एक अभिभावक ने बेटे के हिंदी विषय में 100 अंक प्राप्त करने की खुशी साझा की. कई अन्य अभिभावकों ने बच्चों के पढ़ने की अवधि की जानकारी दी. वहीं, सीएम ने मेरिटोरियस बच्चे तैयार करने वाले विद्यालय के प्रधानाचार्यों को बधाई दी. साथ ही उनके अध्यापन और मूल्यांकन प्रणाली की जानकारी भी ली.
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मुख्यमंत्री ने मेधावियों से उनके करियर की योजना पर चर्चा करते हुए कहा कि राज्य सरकार कोचिंग संचालित करती है. यहां नीट, जेईई, यूपीएससी, यूपीपीएससी, एनडीए, सीडीएस सहित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की निःशुल्क तैयारी कराई जाती है. इन कोचिंग की खासियत है कि इसका संचालन उनके द्वारा किया जाता है, जिन्होंने संबंधित परीक्षा को उत्तीर्ण कर लिया है. जैसे युवा आईएएस, आईपीएस, पीसीएस, पीपीएस अधिकारी, युवा डॉक्टर, नव चयनित इंजीनियर्स बच्चों को पढ़ाते हैं. यह अभिनव कोचिंग वर्चुअल और फिजिकल दोनों मोड में चलती है. स्कूलों में बच्चों को इसकी जानकारी दी जानी चाहिए.
मुख्यमंत्री ने प्राचार्यों से कहा कि शिक्षकों को अभिभावकों के साथ संवाद बनाना चाहिए. अभिभावकों के साथ व्यक्तिगत संवाद नहीं होगा तो इसका असर आपके विद्यालय पर तो पड़ेगा ही, साथ ही अभिभावक को भी पता नहीं चलेगा कि विद्यालय में क्या हो रहा है. ऐसी व्यवस्था बनाई जानी चाहिए, जिससे कि महीने में एक बार शिक्षक बच्चे के घर जरूर जाएं और अभिभावकों से मिलें. यह विद्यालय के हित में भी है और छात्र के लिए भी उपयोगी होगा. मुख्यमंत्री ने प्रतिभा के आधार पर अपेक्षाकृत कमजोर बच्चों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं संचालन की सराहना की. मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षक के पढ़ाने की शैली विषय की ग्राह्यता पर प्रभाव डालती है. शिक्षण संस्थाओं को चाहिए कि, रोचक ढंग से पढ़ाऐं.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि केंद्र और राज्य सरकार ने छात्रों के हित मे अनेक योजनाएं संचालित की हैं. मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, स्टैंड अप योजना, स्टार्ट अप योजना, मुद्रा योजना, डिजिटल इंडिया आदि योजनाओं का बड़ी संख्या में युवाओं ने लाभ लिया है. ऐसी व्यवस्था बनाएं कि विद्यालयों में इन योजनाओं की जानकारी छात्रों को मिल सकें. योजना का पूरा विवरण जैसे, उद्देश्य, अर्हता, आवेदन का तरीका आदि पूरी जानकारी दें. मुख्यमंत्री ने प्राचार्यों से कहा कि यह सुनिश्चित करें कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ बच्चों को जरूर मिलें. छात्रवृत्ति के लिए समय से आवेदन कराएं. मुख्यमंत्री ने मेरिट सूची में शामिल विद्यार्थियों के अभिभावकों को बधाई दी. उन्होने उत्कृष्ट विद्यार्थियों की सूची में बेटियों की सफलता पर विशेष प्रसन्नता व्यक्त की.
सीएम से सम्मानित होने वाले हाईस्कूल के टॉपर:
पर्ल वर्मा 95.17 %
अरुण कुमार 95.17 %
माही यादव 94.17 %
अंजू उपाध्याय 93.83 %
अक्षत शुक्ला 93.50 %
विकास वर्मा 93.50 %
रूबी निषाद 93.33 %
श्रीयांक सिंह 93.33 %
आकांक्षा साहू 93.33 %
कृषिका गुप्ता 92.87 %
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