श्रमिकों और कामगारों के श्रम से प्रदेश का होगा नवनिर्माण: सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को टीम-11 के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि लोग मास्क का उपयोग अवश्य करें. साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि पुलिस सघन पेट्रोलिंग करते हुए कहीं भी भीड़ एकत्र न होने दे.
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को टीम-11 की बैठक के दौरान अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए अनलॉक व्यवस्था के दौरान भी पूरे अनुशासन के साथ रहना आवश्यक है, इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन कराया जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि लोग मास्क का अवश्य उपयोग करें. उन्होंने निर्देश दिए कि पुलिस सघन पेट्रोलिंग करते हुए कहीं भी भीड़ एकत्र न होने दे. कोरोना से लड़ने के लिए बचाव ही एक सबसे अच्छा रास्ता है. इसलिए जनता को इसके लिए जागरूक भी करते रहा जाए.
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने दी जानकारी
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि मानव संसाधन उद्योग जगत की रीढ़ है. यही रीढ़ अब बड़ी संख्या में श्रमिक के रूप में प्रदेश में उपलब्ध है. श्रमिकों ने अपने पसीने से समाज और राष्ट्र का निर्माण किया है. प्रदेश में आए कामगारों और श्रमिकों के श्रम से अब उत्तर प्रदेश का निर्माण होगा.
श्रमिकों को उपलब्ध कराया जाए रोजगार
मुख्यमंत्री ने औद्योगिक विकास विभाग तथा एमएसएमई विभाग को कामगारों, श्रमिकों को रोजगार देने के संबंध में सभी संभावनाएं तलाशने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि औद्योगिक इकाइयों तथा सेवा प्रदाता संगठनों को मैन पावर आपूर्ति के संबंध में एक एप विकसित किया जाए. उन्होंने इस बात पर बल दिया कि कामगारों, श्रमिकों की सामाजिक एवं आर्थिक सुरक्षा की दिशा में भी कार्य किया जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि इन्हें बीमा कवर अवश्य उपलब्ध हो. केंद्र और राज्य सरकार की विकास योजनाओं को तेजी से संचालित किया जाए. कामगारों, श्रमिकों को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध कराए जाएं.
परियोजनाओं का निर्माण कार्य किया जाए तेज
बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं का निर्माण कार्य तेज गति से जारी है. मुख्यमंत्री ने सभी कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में भर्ती रोगियों की लगातार मॉनिटरिंग की जाए. डॉक्टर एवं नर्सिंग स्टॉफ नियमित राउंड लें. उन्होंने कहा कि गंदगी संक्रमण का कारण बनती है. इसके दृष्टिगत चिकित्सालय में साफ सफाई की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.
सभी वेंटिलेटर को रखा जाए क्रियाशील
मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश है कि पल्स ऑक्सीमीटर के माध्यम से कोरोना वायरस के ऑक्सीजन स्तर की समय-समय पर जांच की जाए. निर्धारित स्तर से कम ऑक्सीजन पाए जाने पर रोगी को तुरंत ऑक्सीजन दी जाए. कोरोना के गंभीर रोगियों के लिए ऑक्सीजन अत्यंत आवश्यक है. इसलिए कोविड चिकित्सालयों में प्रत्येक दशा में ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति की जाए. सभी वेंटिलेटर को क्रियाशील रखा जाए.
लक्षणों को छिपाने से नहीं होगा इसका इलाज
कोरोना के संक्रमण से सुरक्षित रहने के संबंध में जागरूक किया जाए. इसके लिए विभिन्न संचार माध्यमों का उपयोग करते हुए जनता को कोविड से बचाव तथा शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि के उपाय भी बताए जाएं. लोगों को यह जानकारी दी जाए की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के संबंध में आयुष मंत्रालय भारत सरकार की एडवाइजरी के अनुरूप आहार लें. लोगों को यह भी बताया जाए कि इस रोग के लक्षणों को छिपाने से इसका उपचार संभव नहीं है. इसलिए इसके लक्षण दिखने पर तत्काल चिकित्सीय परामर्श प्राप्त करें.
यूपी में कोरोना का आंकड़ा 13 हजार के पार
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा 13 हजार 118 पहुंच गया है. पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 503 नए मामले सामने आए हैं. इस समय प्रदेश में 4858 एक्टिव केस हैं. वहीं 7875 लोग उपचारित होकर घर भेजे जा चुके हैं. ठीक होने वाले मरीजों की संख्या का प्रतिशत अभी भी 60 से ऊपर है. प्रदेश में अब तक 385 लोगों की मृत्यु हुई है. आइसोलेशन वार्ड में इस समय 4868 लोग रखे गए हैं. जिनका इलाज विभिन्न चिकित्सालय में किया जा रहा है. फैसिलिटी क्वॉरंटाइन में 7450 लोगों को रखा गया है. उनका सैंपल लेकर जांच करवाई जा रही है. शुक्रवार को प्रदेश में 14236 सैंपल की जांच की गई है. अब तक चार लाख 39 हजार 438 सैंपल की जांच की जा चुकी है.