लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जन आरोग्य अभियान के अंतर्गत अंत्योदय राशन कार्ड धारकों को आयुष्मान कार्ड का वितरण लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में किया. इस योजना के माध्यम से एक लाख अंत्योदय कार्ड धारकों को आयुष्मान योजना का लाभ मिलेगा. सीएम ने 15 लोगों को कार्ड वितरित किये. इस अवसर पर वित्तमंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह उपस्थित रहे. इस अवसर पर प्रदेश के कोविड प्रबंधन पर IIT कानपुर द्वारा प्रकाशित पुस्तक का मुख्यमंत्री ने विमोचन भी किया.
सीएम योगी ने कहा कि इस कार्ड की मदद से प्रदेश में एक बड़ी आबादी को लाभ मिलेगा. देश में 50 करोड़ लोगों को प्रतिवर्ष 5 लाख रुपए का इलाज बीमा दे रहा है. अंत्योदय परिवार के सभी लोगों को इसके साथ जोड़ने का प्रयास पहले से ही चल रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के निवासी और प्रवासी श्रमिकों को 2 लाख रुपए की समाजिक सुरक्षा और 5 लाख का इलाज बीमा दे रहे हैं. पहले गरीब जब इलाज के लिए शहर जाता था तो अस्पताल के बाहरी स्वरूप को देख कर ही डर जाता था, लेकिन आज प्रधानमंत्री की वजह से कोई भी व्यक्ति बड़े से बड़े अस्पताल में अपना इलाज करवा सकता है.
सीएम ने कहा कि हम सब जानते हैं, हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर प्रधानमंत्री का हमेशा जोर रहता है. पहले देश में 2001 तक केवल एक एम्स था, उसके बाद 2001 से 2004 तक अटल जी ने 6 एम्स की शुरुआत किया. आज प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 22 एम्स देश में बन रहे हैं. सीएम ने कहा कि जब हमारा 5 साल का कार्यकाल समाप्त होगा इस वक्त उत्तर प्रदेश के हर जिले में एक उसका खुद का मेडिकल कॉलेज होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगर हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर न दिया होता तो कोविड-19 में सोचो क्या होता.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तरप्रदेश एक दिन में 4 लाख टेस्ट प्रतिदिन कोविड टेस्ट करने की क्षमता रखता है. कोविड के समय पहले टीम 11 और फिर टीम 9 का गठन किया था. कहा कि शायद ही अब तक कोई ऐसा दिन हुआ होगा जब मैंने इस टीम की बैठक ना लिया हो आज सुबह भी टीम 9 की बैठक करके आ रहा हूं. कोविड के समय हमारे प्रदेश के 15 बच्चे कोटा और प्रयागराज में थे, उनको लॉक डाउन के समय परिवहन निगम की मदद से घरों तक भेजा गया. 40 लाख प्रवासी श्रमिक को सुरक्षित घरों तक भेजा गया. दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी के चलते दूसरे प्रदेशों से ऑक्सीजन लाई गई, कहीं पर ऑक्सीजन की लूट खसोट न हो इसके लिए ऑक्सीजन टैंकर के आगे पुलिस की टीम को लगाया गया, सीएम ने कहा कि दूसरे प्रदेश ऑक्सीजन कमी का रोना रो रहे थे, लेकिन जब केंद्र सरकार ने ऑक्सीजन ऑडिट की बात कही तो उन प्रदेशों की डिमांड की आधी हो गई. थर्ड वेव को लेकर हमे चेताया गया था तो हमने एक्सपर्ट कमेटी गठित कर जून में ही तैयारी कर ली थी. हमने उद्योग और खेती को रोका नहीं, सतर्कता बरती. यूपी ने 8 करोड़ टेस्ट किए, 11 करोड़ वैक्सिनेशन किया और दो गज की दूरी और मास्क जरूरी को बरकरार रखा. इसी नीति पर आगे काम हो रहा है.
स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि 2011 की जनगणना के अनुसार बचे परिवारों को भी योजना से जोड़ रहे हैं. साथ ही अंत्योदय के 40 लाख कार्ड होल्डर को योजना से जोड़ रहे हैं. 8.22 करोड़ लगभग 37% आबादी को हमने निशुल्क बीमा योजना से जोड़ा गया है. सबको इस योजना का लाभ दिया जा रहा है.