लखनऊ : मुख्य चुनाव आयुक्त ने कमिश्नर, आईजी, डीएम और एसएसपी, एसपी सहित तमाम अफसरों के साथ आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर समीक्षा बैठक की. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील कुमार चंद्रा, चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय और राजीव कुमार ने विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर विस्तार से दिशा-निर्देश दिए. साथ ही चुनावी तैयारियों को लेकर पूरा फीडबैक भी लिया.
आयोग ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि जिला स्तर पर जिला निर्वाचन अधिकारियों को मिलने वाली शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही न बरती जाए. सभी राजनीतिक दलों के साथ निष्पक्ष व्यवहार किया जाए. पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव कराए जाने में अगर किसी भी अधिकारी के स्तर पर लापरवाही, शिथिलता बरती गई तो संबंधित के खिलाफ सख्त और कठोर कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही कोविड-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से अनुपालन कराते हुए पूरी चुनाव प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के दिशा-निर्देश भी दिए गए. साथ ही सभी जिलों से आए अधिकारियों से भी तमाम स्तर पर फीडबैक लिया गया.
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश के अधिकारियों से साफ-साफ कहा है कि चुनाव के दौरान निर्धारित चुनाव खर्च पर पूरी निगरानी रखी जाए. काली कमाई और काले धन पर पूरी मॉनिटरिंग की जाए. चुनाव में काली कमाई और ब्लैकमनी को रोकने और उस पर प्रभावी अंकुश लगाए जाने की सख्त जरूरत है. इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. आयोग के अफसरों ने आशंका जताई है कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान ब्लैकमनी का इस्तेमाल हो सकता है. ऐसी स्थिति में सभी प्रवर्तन एजेंसियों को भी सख्त दिशा-निर्देश इसे रोकने को लेकर दिए गए हैं.
आयोग ने स्पष्ट रूप से कहा है कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान किसी भी अधिकारी द्वारा शिकायत पर एकतरफा कार्रवाई करने, पक्षपात रुप से कार्रवाई करने और राजनीतिक दलों के साथ भेदभाव पूर्ण कार्रवाई की शिकायत मिलने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी. साथ ही विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाएगी. चुनाव प्रक्रिया के दौरान निष्पक्ष और पारदर्शी व्यवहार सभी अफसरों को सबके साथ रखना है.