लखनऊ : राजधानी लखनऊ में चेहल्लुम का जुलूस पूरी शान ओ शौकत के साथ निकाला गया. विक्टोरिया स्ट्रीट स्थित नाजिम साहब के इमामबाड़े से जुलूस शुरू हुआ. नाजिम साहब के इमामबाड़े से निकलकर जुलूस तालकटोरा कर्बला जाकर खत्म हुआ. जुलूस में अकीदतमंदों ने या अली या हुसैन के नारे लगाए. इमामबाड़ा नाजिम साहब में दोपहर करीब 1:30 बजे मजलिस को मौलाना सैयद कल्बे अहमद नकवी ने खिताब किया.
पैगंबर मोहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हुसैन अ.स. समेत कर्बला के 72 शहीदों की याद में निकले चेहल्लुम के जुलूस में अंजुमन मजलुमिया व गुंचा ए मजलुमिया, अब्बासिया, काजमिया आबिदया, शहीदाने कर्बला, शब्बीरया, रौनक ए दीने इस्लाम सहित शहर की करीब दो सौ अधिक मातमी अंजुमनें सीनाजनी करती हुईं अपने-अपने अलम के साथ जुलूस में शामिल हुईं. मजलिस खत्म होते ही इमामबाड़े से जुलूस के निकलने का सिलसिला शुरू हो गया.
जुलूस में शहर की तमाम मातमी अंजुमन अपने अलम के साथ नौहाख्वानी व सीनाजनी करती नजर आईं. जुलूस नक्खास चौराहा, टूरियागंज, हैदरगंज, बुलाकी अड्डा, एवरेडी चौराहा होते हुए तालकटोरा कर्बला में खत्म हुआ. जुलूस में हजरत अब्बास की निशानी अलम, हजरत इमाम हुसैन के छह माह के बेटे हजरत अली असगर का गहवारा और हजरत इमाम हुसैन की सवारी का प्रतीक जुलजनाह शामिल रहे. अकीदतमंदों ने बर्रुकात की जियारत कर दुआ मांगी. जुलूस में बड़ों के साथ बच्चों ने जबरदस्त कमा और जंजीर का मातम कर अपने को लहूलुहान कर लिया. इसके अलावा गोद के बच्चों के उनके मां-बाप ने कमा का मातम करवाया. जुलूस में जगह जगह पुलिस भी तैनात रही.
काफिला-ए-बनी असद की करवाई जियारत :अंजुमन महमूदाबाद ने कर्बला के शहीदों की याद में कर्बला तालकटोरा में बनी असद का काफिला निकाला. इमाम हुसैन की सवारी का प्रतीक दुलदुल, अलम, अली असगर का झूला और कफनी पहने सोगवार काफिले में शामिल रहे.
शहीद स्मारक पर लगी सबीले अली असगर : हजरत इमाम हुसैन (अ.स) के छह माह के मासूम बेटे अली असगर की याद में शहीद स्मारक पर सबीले अली असगर का आयोजन किया. जहां इमामबाड़ा शाहनजफ से कर्बला तालकटोरा तक वॉक कर रहे अजादारों को कोल्डड्रिंक, समोसा, फ्रूट आदि का वितरण किया. इसके अलावा इसी रोड पर तमाम लोगों ने अजादारों को सेब, केला, पानी की बोतल, जूस, आदि का वितरण किया.
अरबाईन वाक में युवाओं ने दिखाया उत्साह :चेहलुम के मौके पर दुनिया भर से अजादार इराक चेहलुम मनाने जाते हैं. वहां नजफ शहर स्थित रौजाए हजरत अली अ.स. से कर्बला शहर में स्थित रौजाए हजरत इमाम हुसैन अ.स. तक लगभग 80 किलो मीटर पैदल सफर करते हैं, उसे अरबाईन वॉक कहा जाता है. उसी तरह राजधानी में भी चेहल्लुम के मौके पर गुरुवार को अजादार इमामबाड़ा शाहनजफ हजरतगंज से दोपहर 12 बजे वॉक शुरू हुई. रौजाए हजरत अली सरफराजगंज से दोपहर कर्बला अब्बासिया बक्शी का तलाब से सुबह 10 बजे कर्बला तालकटोरा के लिए पैदल सफर किया. वॉक में युवाओं ने काफी उत्साह देखने को मिला. वॉक में इराक की अरबाईन वॉक का भी जिक्र किया. इमाम हुसैन को याद करते करते सफर पूरा किया गया. इस मौके पर जगह जगह सबील का भी इंतजाम किया गया. जुलूस में युवाओं के साथ काफी संख्या बच्चे भी शामिल हुए. बच्ची और युवाओं ने कमा किया. काले लिबास पहने अकीदतमंद या हुसैन की सदाएं बुलंद कर रहे थे.
श्री कृष्ण जन्माष्टमी और चेहल्लुम के लिए यातायात व्यवस्था