लखनऊ:राजधानी के मोहनलालगंज विकासखंड के अंतर्गत आने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है, जहां पहले से ही कई डॉक्टर्स व अस्पताल के स्टाफ कोरोना संक्रमण की वजह से आइसोलेशन में हैं. वहीं अस्पताल के चीफ फार्मासिस्ट ने अपना कोरोना टेस्ट करवाया, जिसकी रिपोर्ट 21 अप्रैल को पॉजिटिव आई. नियमानुसार पेशेंट को 14 दिन का क्वारंटाइन पूरा करना होता है, लेकिन मोहनलालगंज के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चीफ फार्मासिस्ट परिहार ने गाइडलाइन का पालन न करने की कसम ही खा ली. वह अस्पताल परिसर में घूम-घूम कर दवाइयों के साथ संक्रमण भी लोगों में बांटे.
3 दिन में ड्यूटी जॉइन
सोशल मीडिया पर मामला खुलने पर चीफ फार्मासिस्ट के द्वारा एक लेटर भी डाला गया है, जिसमें उसने 21 अप्रैल को आए पॉजिटिव रिजल्ट के बाद 24 अप्रैल को दोबारा जांच में नेगेटिव रिपोर्ट आने की बात कही है. ड्यूटी जॉइन करने के लिए बकायदा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की अधीक्षक के साइन किए हुए एप्लीकेशन को भी दिखाया. वहीं अब इस पूरे मामले ने तूल पकड़ लिया है कि आखिर कोई भी संक्रमित व्यक्ति 3 दिन में ड्यूटी जॉइन कैसे कर सकता है.
कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भी ड्यूटी करता रहा चीफ फार्मासिस्ट
यूपी की राजधानी लखनऊ में एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहां एक चीफ फार्मासिस्ट संक्रमित होने के बावजूद भी ड्यूटी पर बना हुआ है. इस वजह से लोगों व अस्पताल के कर्मचारियों में संक्रमण का खतरा बना हुआ है.
चीफ फार्मासिस्ट
वहीं मामले के तूल पकड़ने के बाद मोहनलालगंज के उप जिलाधिकारी विकास सिंह ने जिले के आला अफसरों को सूचित किया. इसके बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की अधीक्षक डॉ. ज्योति कामले से चीफ फार्मासिस्ट की रिपोर्ट मांगी है. साथ ही लापरवाही पुष्ट होने पर सख्त कार्रवाई की भी बात कही है.