लखनऊः सोमवार को लखनऊ विश्वविद्यालय में सघन चेकिंग अभियान चलाया गया. इस दौरान कैंपस में कई बाहरी युवक-युवती मिले. उन्हें पूछताछ के बाद हिदायत देकर छोड़ दिया गया. प्रॉक्टर प्रो. दिनेश कुमार के नेतृत्व में टीम ने चेकिंग अभियान चलाया.
प्रॉक्टर प्रो. दिनेश कुमार अपनी टीम के साथ विश्वविद्यालय कैंपस का मुआयना करने निकले. इस दौरान गेट नंबर 4 पर ही तीन बाहरी युवतियां मिल गईं. उनसे परिचय पत्र दिखाने को कहा गया तो उन्होंने विश्वविद्यालय की स्टूडेंट न होने की बात कही. इस पर उनसे एक एप्लीकेशन लिखवाई गई. एप्लीकेशन में लड़कियों ने आगे से कैंपस में न आने की बात कही. पूरे चेकिंग अभियान में करीब 30 से अधिक बाहरी छात्र-छात्राओं को दस्ते ने पकड़ा. इन सभी से एप्लीकेशन लेकर कार्रवाई की चेतावनी देकर छोड़ दिया गया.
आउटसाइडर के खिलाफ होगी कार्रवाई
प्रो. दिनेश कुमार ने बताया कि चेकिंग के दौरान एलयू के कुछ स्टूडेंट्स अपने बाहरी दोस्तों को लेकर कैंपस में घूम रहे थे. उन्होंने बताया कि फिलहाल सभी को छोड़ दिया गया है. भविष्य में कोई पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा निष्काशित स्टूडेंट्स के पकड़े जाने पर पुलिस को सूचित कर एफआईआर करवाई जाएगी.
टीम को देख कैंटीन में मची अफरा-तफरी
चेकिंग दस्ता साइंस फैकेल्टी के पास कैंटीन में पहुंचा तो वहां चार बाहरी लकड़े और लड़कियां मिले. इन बाहरी लोगों ने पूछताछ में बताया कि वह लोग घूमने के उद्देश्य से एलयू आए थे. टीम को देख कैंटीन में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. कई बाहरी लड़के चाय-समोसे छोड़ से भाग निकले.
लविवि कैंपस में तीसरी आंख का पहरा
कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय के मुताबिक, विश्वविद्यालय कैंपस में करीब 50 से अधिक कैमरे अलग-अलग जगह पर लगाए जा चुके हैं. इसके अलावा सुरक्षा के लिहाज से अभी इन कैंमरों की संख्या बढ़ाई जानी है, जिससे एलयू में आउटसाइडर पर सख्ती की जा सके.