लखनऊ:राजधानी में ठगों का गिरोह किसी न किसी तरीके से लोगों को अपना शिकार बना रहा है. ऐसे ही मामला गोमतीनगर थाना क्षेत्र में सामने आया है. तीन पीड़ितों ने मुकदमा दर्ज कराकर ठगों के खिलाफ कार्रवाई की है. पुलिस ने तीनों मामलों में केस दर्ज कर जांच भी शुरू कर दी है. पहले केस में मजदूरों के नाम पर एक लाख से अधिक की रकम ठगी, दूसरे केस में सैन्यकर्मी से जमीन दिलाने के नाम पर ठगी और तीसरे केस ठगों ने महिला को बातों में उलझाकर उसके गहने लेकर रफूचक्कर हो गए.
वेबसाइट के माध्यम से मजदूरों के लिए किया था संपर्क
पहला मामला गोमतीनगर इलाके के शारदा अपार्टमेंट गोमतीनगर का है. जहां पर एक ठेकेदार चेतन सिंह से सायबर जलसाजी ने एक लाख 26 हजार रुपये हड़प लिए हैं. बताया जा रहा है कि ठेकेदार चेतन सिंह को सिविल के काम के लिए मजदूरों की जरूरत थी. इसके लिए ठेकेदार वेबसाइट पर देख रहे थे. उसी दौरान एक वेबसाइट पर नम्बर देखकर उन्होंने उससे संपर्क किया. लेबर ठेकेदार बनकर विश्वरूप और कार्तिक ने हावड़ा और भुवनेश्वर से मजदूरों को भेजने का झांसा देकर विश्वास में ले लिया. इसके बाद मजदूरों को भेजने के नाम पर अपने अकाउंट में एक लाख 26 हजार रुपये मंगवाकर हड़प लिए. खुद के साथ ठगी का अहसास होने पर पीड़ित मुकदमा दर्ज कराकर कार्रवाई की मांग की है.
प्लाट के नाम पर सैन्यकर्मी से हुई लाखों की ठगी
गोमतीनगर के विपुलखंड में रियल एस्टेट कंपनी सर्व समृद्धि लैंड डेवलपर्स के नाम से एक कंपनी है. उसने सेना में हवलदार के पद पर तैनात बिहार निवासी जवाहर यादव से प्लाट दिलाने के नाम पर सात लाख से अधिक रुपये ठग लिए हैं. बताया गया है पीड़ित ने साल 2014 में रियल एस्टेट कंपनी सर्व समृद्धि लैंड डेवलपर्स के आफिस पहुंच कर उससे संपर्क किया था. कंपनी के झांसे में आकर उन्होंने सात लाख छह हजार रुपये प्लाट के नाम पर कंपनी में जमा करा दिए थे. सैन्यकर्मी का कहना है कंपनी के कर्मचारी ज्ञानेंद्र ने उन्हें झांसे में लेकर प्लाट के नाम पर रुपये जमा करा लिए थे. उन्होंने बताया रुपये जमा कराने के तीन साल बाद रजिस्ट्री भी हो गई. लेकिन जब मीन पर कब्जा लेने पहुंचे तो पता चला कि वह जमीन किसी और को बेच दी गई है. पीड़ित सैन्यकर्मी ने गोमतीनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है.