लखनऊ : बरेली में तैनात सिपाही शुभम ने ड्यूटी के दौरान अचानक खुद को गोली मार ली. प्रतापगढ़ में एक दरोगा सड़क पर बाइक सवार युवक को बेवजह पीटने लगा. बीते दिनों बदायूं में एक पुलिसकर्मी चौकी में एक युवक पर थर्ड डिग्री इस्तेमाल करता दिखा. इतना ही नहीं पुलिसकर्मियों के आपस में भिड़ने, सीनियर अधिकारियों से अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने के कई मामले आ चुके हैं. इसको लेकर पुलिसकर्मियों की ट्रेनिंग में बड़ा बदलाव किया जा रहा है. खास बात यह है कि ट्रेनिंग पूरी होने के बाद यदि पुलिसकर्मी साइकियाट्रिस्ट टेस्ट में मानसिक स्ट्रांग नहीं दिखे तो उन्हें ट्रेनिंग सेंटर से ही वापस जाना होगा.
मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती होने वाले दरोगाओं की ट्रेनिंग में बदलाव किया गया है. पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में दी जाने वाली ट्रेनिंग अब डिप्टी एसपी की ट्रेनिंग के स्तर की हो रही है. दरोगाओं को मानसिक रूप से मजबूत करने के लिए मनोचिकित्सक की क्लास कराई जा रही है, ताकि उन्हें ऐसा तैयार किया जाए ताकि वो किसी भी चुनौती का सामना करते वक्त टूटे नहीं और न ही खुद का कंट्रोल खोएं. सभी पीटीसी में कुल 3700 सब इंस्पेक्टर की नए कोर्स के साथ ट्रेनिंग चल रही है और इन्हें मानसिक रूप से मजबूत बनाने के लिए विदेशों से भी पुलिसिंग के एक्सपर्ट ट्रेनिंग देने के लिए आएंगे.