लखनऊ: उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के लापरवाह अभियंता बार-बार चेतावनी के बावजूद भी सुधारने का नाम नहीं ले रहे हैं. काम में लापरवाही की वजह से समय पर उपभोक्ताओं की समस्याओं का निस्तारण नहीं किया जा रहा था. ऐसे अभियंताओं पर अब पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष ने सख्त रुख अपना लिया है. अध्यक्ष डॉ. आशीष गोयल ने काम में लापरवाही बरतने के आरोप में एक मुख्य अभियंता, 2 अधीक्षण अभियंता और 5 अधिशासी अभियंताओं को सस्पेंड करने का आदेश दिया है. इसके अलावा 24 से अधिक सहायक अभियंताओं और अवर अभियंताओं को अल्टीमेटम देते हुए स्पष्टीकरण कर तलब किया है.
यूपीपीसीएल के अध्यक्ष ने पावर कारपोरेशन में चल रही योजनाओं की प्रगति के साथ जोनवार राजस्व वसूली और अन्य बिंदुओं पर समीक्षा की गई. इस मीटिंग में 18 से ज्यादा जोन में राजस्व वसूली की स्थिति बेहद लचर पाई गई. इस पर अध्यक्ष ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए बरेली जोन में काम की धीमी गति को लेकर तत्कालीन मुख्य अभियंता के निलंबन का आदेश दे दिया. इसके अलावा फतेहपुर और जसरान के अधीक्षण अभियंताओं को भी सस्पेंड करने का आदेश दिया है. साथ ही पूर्वांचल के प्रयागराज, पश्चिमांचल के मेरठ और वाराणसी के पास अलग-अलग जोन के अधिशासी अभियंताओं के निलंबन के आदेश पर भी पावर कारपोरेशन के डायरेक्टर कॉमर्शियल को दिए हैं. बता दें कि विभागीय समीक्षा के दौरान पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष गोयल ने अधिकारियों के काम पर नाराजगी जताते हुए कहा कि लापरवाही बरतने वाले अधिकारी बिल्कुल भी नहीं बख्शे जाएंगे.