बलरामपुर: सरकार की तमाम कवायदों के बाद भी सिस्टम में व्याप्त भ्रष्टाचार रूपी कैंसर का इलाज नहीं हो पा रहा है. बलरामपुर में बकाया मानदेय दिलाने के नाम पर घूसखोरी का मामला सामने आया है. यहां एक ग्राम रोजगार सेवक अपने ही बकाया मानदेय के भुगतान के लिए तीन साल से अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है.
लाॅकडाउन में उसके कैंसर पीड़ित पिता की तबीयत ज्यादा खराब हुई तो पीड़ित ने अधिकारियों के सामने गिड़गिड़ाया, लेकिन घूसखोर अधिकारियों का दिल नहीं पसीजा. उन्होंने मानदेय दिलाने के नाम पर उससे 10 हजार रुपये घूस की मांग कर डाली.
पूरा मामला बलरामपुर जिले के पचपेड़वा विकास खंड़ का है. यहां के ग्राम पंचायत हरखड़ी में पीड़ित अनिल कुमार गुप्ता ग्राम रोजगार सेवक के पद पर तैनात हैं. साल 2017-18 में बैंक में आईएफएससी कोड की गलत फीडिंग के कारण उसका 60 हजार रुपये मानदेय फंस गया, जब कोड सही हुआ. तब उसका मानदेय आने लगा, लेकिन पुराना पेमेंट नहीं हो सका. तब से पीड़ित अनिल ने खंड विकास अधिकारी को बकाया मानदेय दिलाने के लिए कई प्रार्थना पत्र दिए, लेकिन उसका भुगतान नहीं हो सका. लाॅकडाउन 3 में जब अनिल के कैंसर पीड़ित पिता रामदास की इलाज के अभाव में तबीयत ज्यादा खराब हुई तो उसने अवशेष मानदेय भुगतान के लिए अधिकारियों के कार्यालयों का चक्कर लगाना तेज कर दिया.