लखनऊःराजधानी की सुरक्षा के लिए सिर्फ पुलिस का भरोसा पर्याप्त नहीं है. अब सुरक्षा की जिम्मेदारी तीसरी आंख पर भी बढ़ रही है. लखनऊ की कमिश्नरेट पुलिस अब सीसीटीवी सुरक्षा को लेकर गंभीर है. हालांकि अभी शहर में दृष्टि और आईटीएमएस के माध्यम से केवल 357 सीसीटीवी ही लगाए गए हैं. जो कि अपर्याप्त हैं. शहर में बढ़ रही अपराध की घटनाओं को रोकने का मामला हो या बढ़ते हुए ट्रैफिक व्यवस्था के संचालन की निगरानी, सभी जगहों पर सीसीटीवी से ही नजर रखी जा रही है. जिस तरीके से हैदराबाद में 10 हजार से ज्यादा सीसीटीवी की मदद से हर गली, मोहल्लों की निगरानी हो रही है. उसी तरीके से अब राजधानी लखनऊ की पुलिस भी सीसीटीवी का जाल बिछाने के लिए तैयारी में जुटी हुई है.
ऊपर वाले की निगरानी में होगा लखनऊ शहर
राजधानी लखनऊ में सीसीटीवी की मदद से सभी चौराहों की निगरानी करने की तैयारी चल रही है. अभी दो प्रोजेक्ट के तहत यह कैमरे लगाए जा रहे हैं. जिनमें दृष्टि प्रोजेक्ट के तहत अभी 225 कैमरे लगाए गए हैं. वहीं आईटीएमएस के माध्यम से 132 कैमरे लगाए गए हैं. शहर में कुल सीसीटीवी की संख्या 357 ही पहुंची है, जो की अपर्याप्त है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में लखनऊ कमिश्नरेट के ज्वॉइंट कमिश्नर कानून-व्यवस्था नवीन अरोड़ा ने बताया कि अभी जो भी कैमरे लगे हैं. वह पर्याप्त नहीं हैं और इनकी संख्या बढ़ाने पर काम चल रहा है. वहीं 1 हजार और कैमरे अलग से लगाए जाने के लिए योजना बन रही है .जो केवल क्राइम के लिए काम करेंगे. हालांकि अभी बजट की कुछ समस्या है, इस वजह से देरी हो रही है.