लखनऊ : उत्तर रेलवे कंस्ट्रक्शन विभाग (Northern Railway Construction Department) के इंजीनियर एके मित्तल की पहुंच लखनऊ से लेकर दिल्ली तक है. मित्तल पहले दिल्ली के कश्मीरी गेट स्थित कार्यालय में तैनात थे. मामले की परतें खोलने के लिए सीबीआई अब दिल्ली जाएगी और मित्तल के पूर्व सहयोगियों से भी पूछताछ करेगी. इसके अलावा रेलवे के 115 बड़े ठेकेदारों की जांच-पड़ताल करेगी. ठेकेदारों की सूची रेलवे ने तैयार कर ली है. सीबीआई के सघन अभियान से भ्रष्टाचार से जुड़े कई राज खुलेंगे.
रेलवे के बड़े ठेकेदारों से पूछताछ करेगी सीबीआई, एके मित्तल के खुलेंगे कई राज
उत्तर रेलवे कंस्ट्रक्शन विभाग (Northern Railway Construction Department) के इंजीनियर एके मित्तल की पहुंच लखनऊ से लेकर दिल्ली तक है. मित्तल पहले दिल्ली के कश्मीरी गेट स्थित कार्यालय में तैनात थे. मामले की परतें खोलने के लिए सीबीआई अब दिल्ली जाएगी और मित्तल के पूर्व सहयोगियों से भी पूछताछ करेगी. इसके अलावा रेलवे के 115 बड़े ठेकेदारों की जांच-पड़ताल करेगी.
उत्तर रेलवे के चारबाग स्थित कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट के उपमुख्य अभियंता एके मित्तल को पहली दिसम्बर को सीबीआई की टीम ने ठेकेदार से रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. इसके बाद सीबीआई ने मित्तल के ठिकानों से 1.38 करोड़ रुपए भी बरामद किए. यह घूस फर्म का बिल पास करने के एवज में ली गई थी. सीबीआई टीम उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के हजरतगंज स्थित डीआरएम कार्यालय भी गई थी, जहां लेखा विभाग के लोगों से पूछताछ भी की और ठेकेदारों को पिछले दो साल के दौरान निर्माण कार्यों के लिए हुए भुगतान की जानकारी जुटाई. सीबीआई चारबाग स्थित कंस्ट्रक्शन विभाग के कार्यालय के नए भवन की भी जांच-पड़ताल कर रही है, जिसका कामकाज अब ठप हो चुका है. पिछले दिनों सीबीआई टीम दोबारा कंस्ट्रक्शन विभाग गई थी, जहां उपमुख्य अभियंता-5 से साक्ष्य जुटाए थे.
सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई के हाथ परियोजनाओं के बाबत कई अहम सबूत लगे हैं, जिससे करोड़ों रुपये के घोटालों की परतें खुलनी तय हैं. सीबीआई के सूत्र बताते हैं कि एके मित्तल लखनऊ से पूर्व दिल्ली में कश्मीरी गेट स्थित कार्यालय पर पोस्टेड था, वह एक प्रमोटी अफसर है. दिल्ली में मित्तल की तरफ से किए गए काम और सहयोगियों से भी पूछताछ कर साक्ष्य जुटाए जाएंगे. सूत्र ये भी बताते हैं कि कंस्ट्रक्शन व रेलवे की योजनाओं को अमलीजामा पहनाने वाले कुल 115 ठेकेदारों के आसपास की सूची सीबीआई ने तैयार की है. ये सभी रडार पर हैं. इन ठेकेदारों से परियोजनाओं, भुगतान व लेनदेन को लेकर पूछताछ होगी.
मुख्य अभियंता एके मित्तल की गिरफ्तारी के बाद तमाम तरह के सवाल उठ रहे हैं. एक तरफ जहां ईमानदार रेलवे अधिकारियों को उम्मीद है कि इससे कंस्ट्रक्शन से जुड़े भ्रष्टाचारों का खुलासा होगा, वहीं भ्रष्ट अधिकारी इस खौफ में हैं कि कहीं उन पर आंच न आ जाए.
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