लखनऊ: बेसिक शिक्षा विभाग में 69,000 सहायक अध्यापकों की भर्ती के मामले में योगी सरकार पर चौतरफा हमले शुरू हो गए हैं. पहले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने योगी सरकार को कटघरे में खड़ा किया. इसके बाद कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने सवाल उठाए और अब बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने योगी सरकार पर निशाना साधा है. बसपा अध्यक्ष मायावती ने भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच कराने की मांग की है.
69,000 सहायक अध्यापकों की भर्ती मामले में हो CBI जांच : मायावती - Yogi government schemes
बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी अब विपक्षी नेताओं की तरह बेसिक शिक्षा विभाग में 69,000 सहायक अध्यापकों की भर्ती का मामला उठाया है. उन्होंने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है.
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने 69,000 शिक्षकों की भर्ती पर सवाल कहा कि उत्तर प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी और धांधली सामने आई है. भ्रष्टाचार के संबंध में रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. अलग-अलग तथ्य उजागर होने के कारण अब यह मामला काफी गंभीर हो गया है. जनता काफी आशंकित है. ऐसे में इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए. बहुजन समाज पार्टी की मांग है कि इसकी सीबीआई जांच कराई जाए.
वहीं सरकार ने विपक्ष पर राजनीति करने का आरोप लगाया है. सरकार की तरफ से बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने मंगलवार को प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि कुछ राजनीतिक दल भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं होने देना चाहते हैं. वह चाहते हैं कि भर्ती प्रक्रिया बाधित हो, अगर भर्ती प्रक्रिया पूरी हो गई तो योगी सरकार की चर्चा देश में होगी. लोग सराहना करेंगे, इसलिए विपक्षी दल नहीं चाहते कि भर्ती प्रक्रिया पूरी हो. कोरोना काल में सरकार का युवाओं को रोजगार देने का यह कदम हर तरफ सराहा जा रहा है. सरकार की मंशा साफ है, दोषियों को भर्ती प्रक्रिया से बाहर कर शेष को न्यायालय के निर्णय के अनुसार नौकरी दी जाएगी.