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Published : Dec 23, 2022, 7:27 PM IST

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सिविल अस्पताल में कैथ लैब बनेगी, एंजियोग्राफी-एंजियोप्लास्टी के मरीजों को नहीं पड़ेगा भटकना

हजरतगंज स्थित डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में आने वाले दिल के मरीजों को अब यहां एंजियोग्राफी-एंजियोप्लास्टी की सुविधा मिल सकेगी. शासन ने इसके लिए चार करोड़ का बजट स्वीकृत कर दिया है. उपकरण ड्रग कॉरपोरेशन खरीदकर देगा.

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लखनऊ : हजरतगंज स्थित डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल (Dr. Shyama Prasad Mukherjee Civil Hospital) में आने वाले दिल के मरीजों को अब यहां एंजियोग्राफी-एंजियोप्लास्टी की सुविधा मिल सकेगी. अभी तक कैथ लैब न होने से मरीजों को दूसरे संस्थानों में रेफर किया जा रहा था. सिविल अस्पताल प्रशासन (Civil Hospital Administration) ने कैथ लैब व टूडी ईको मशीन (cath lab and 2D echo machine) के लिए बजट की मांग की थी. शासन ने इसके लिए चार करोड़ का बजट स्वीकृत कर दिया है. सिविल अस्पताल में प्रदेशभर से मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं. शासन ने इसके लिए चार करोड़ का बजट स्वीकृत कर दिया है. उपकरण ड्रग कॉरपोरेशन खरीदकर देगा.



सिविल अस्पताल की ओपीडी (Civil Hospital OPD) में हर दिन करीब ढाई से तीन हजार मरीज इलाज के लिए आते हैं. कार्डियोलॉजी यूनिट में रोज करीब 200 की ओपीडी होती है. यहां पर अभी तक मरीजों को सिर्फ ईसीजी-ईको जांच की सुविधा मिल पा रही थी. अस्पताल की कैथ लैब करीब ढाई साल से खराब पड़ी है. इससे एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी नहीं हो पा रही थी. मरीजों को केजीएमयू- लोहिया संस्थान भेजा जा रहा था. वहां मरीजों का लोड अधिक होने से इंतजार करना पड़ता था. शासन ने कैथ लैब के लिए 3 करोड़ 89 लाख 25 हजरा का बजट जारी किया है. इस बजट से कैथ लैब, टीएमटी व टूडी ईको मशीन की खरीद होगी. सिविल अस्पताल के निदेशक डॉ. आनंद ओझा (Director of Civil Hospital Dr. Anand Ojha) ने बताया कि बजट मिल गया है. उपकरण की खरीद जल्द करके उसे स्थापित किया जाएगा.

सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरपी सिंह (CMS of Civil Hospital Dr. RP Singh) ने बताया कि अस्पताल में एंजियोग्राफी-एंजोप्लास्टिक की सुविधा आज से 15 साल पहले थी. उस समय मशीन भी उपलब्ध थी और दूरदराज से आने वाले सभी मरीजों की निशुल्क में जांच भी होती थी. मशीन खराब हो जाने के बाद दोबारा वह मशीन बन नहीं पाई. इसके बाद से जितने भी ऐसे मरीज आते थे जिन्हें एंजियोग्राफी-एंजोप्लास्टिक की जरूरत होती थी, उन्हें बड़े संस्थानों में रेफर किया जाता था. अब सरकार के द्वारा बजट पेश हुआ है और अब यहां पर एंजियोग्राफी-एंजियोप्लास्टी की सुविधा मरीजों को मिल पाएगी. कार्डियोलॉजी ओपीडी में दिखाने के लिए रोजाना 250 से अधिक मरीज इलाज के लिए आते हैं. ऐसे में 50 मरीज ऐसे होते हैं जिन्हें एंजियोग्राफी-एंजियोप्लास्टी की जांच करानी होती थी तो इसके लिए उन्हें अन्य बड़े अस्पतालों का रुख करना पड़ता था और वहां पर उन्हें घंटों लाइन में लगकर जांच कराना पड़ता था. अब यह सारी समस्याएं दूर होने वाली हैं.


क्या है एंजियोग्राफी-एंजियोप्लास्टी : एंजियोग्राफी एक डायग्नोस्टिक टेस्ट है जो किसी भी संभावित हृदय की स्थिति की जांच के लिए आपकी रक्त वाहिकाओं की जांच करता है. एंजियोप्लास्टी एक मिनिमल इनवेसिव प्रक्रिया है. जिसमें रेडियल या फेमोरल धमनी के माध्यम से हृदय की स्थिति का इलाज करने के लिए संकीर्ण धमनियों को चौड़ा किया जाता है.

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