लखनऊ :राजधानी के कृष्णानगर थाना में पूर्व में तैनात अतिरिक्त निरीक्षक, एसीपी पेशकार सहित 4 अन्य लोगों के खिलाफ अधिवक्ता ने न्यायालय के माध्यम से लूटपाट व मारपीट का मुकदमा पंजीकृत कराया है. अधिवक्ता का आरोप है कि थाने के बाहर व अंदर अतिरिक्त निरीक्षक सहित पांच अन्य लोगों ने मारपीट करने के साथ ही उसकी जेब में रखा रुपया व हाथ में पहनी अंगूठी छीन ली थी तथा फर्जी मुकदमे में फंसाकर जेल भिजवा दिया था. जेल से बाहर आने के बाद मुकदमा कृष्णा नगर थाने में पंजीकृत कराया गया है.
पुलिस पर लगाए यह गंभीर आरोप : राजधानी लखनऊ के ही कृष्णानगर थाना क्षेत्र स्थित सुभाष नगर में रहने वाले अधिवक्ता लाखन सिंह के मुताबिक, 7 मार्च को थाना प्रभारी कृष्णा नगर के बुलाने पर वह थाने गए थे. आरोप है कि तभी कृष्णानगर थाने के मुख्य द्वार कानपुर रोड पर विपक्षी सुनील कुमार दुबे ने मारना पीटना शुरू कर दिया और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए जाति सूचक गाली दी. पुलिस के मुताबिक लाखन सिंह पेशे से अधिवक्ता बताए जाते हैं. उन्होंने अतिरिक्त निरीक्षक सुनील कुमार, सुनील कुमार दुबे के अलावा राम मिलन सिंह चौहान, उर्मिला सिंह चौहान, वैभव दुबे, कौशल प्रताप सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं. अधिवक्ता लाखन सिंह का आरोप है कि जेल से छूटकर आने के बाद उन्होंने प्रार्थना पत्र थानाध्यक्ष कृष्णा नगर को दिया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. सुनवाई न होने पर न्यायालय के आदेश के बाद कृष्णानगर थाने में मुकदमा पंजीकृत किया गया है.