लखनऊ: सीबीसीआईडी में तैनात पुलिस कर्मी धर्मेंद्र मिश्रा की हत्या के मामले में करीब 32 माह बाद पत्नी और साले पर मुकदमा दर्ज किया गया है. अगस्त 2018 में धर्मेंद्र मिश्रा का मल्हौर स्टेशन के पास शव मिला था. पुलिस वालों की तरफ से इसको दुर्घटना बताया गया था. इधर, धर्मेंद्र मिश्रा की मां सुशीला मिश्रा का आरोप था कि बेटे की पत्नी और सुसराल वाले प्रताड़ित करते थे. उन्होंने ही धर्मेंद्र की हत्या कर शव को रेलवे ट्रैक पर फेंका है. पीड़ित मां ने विभूतिखंड थाने में ससुर धर्मेंद्र शुक्ला, पत्नी शिल्पी मिश्रा और साले रोहित शुक्ला के खिलाफ तहरीर दी थी. पुलिस ने मामले में शनिवार को मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
गोमतीनगर की शिल्पी से हुई थी धर्मेंद्र की शादी
विभूतिखंड थाना प्रभारी निरीक्षक चंद्रशेखर सिंह के मुताबिक सुशीला मिश्रा कानपुर की रहने वाली हैं. इनकी तहरीर के मुताबिक उनका बेटा धर्मेंद्र मिश्रा सीबीसीआईडी लखनऊ में तैनात था. साल 2006 में बेटे धर्मेंद्र मिश्रा की शादी गोमतीनगर (लखनऊ) निवासी शिल्पी से हुई थी. शादी के कुछ दिन बाद तक सब कुछ ठीक चल रहा था. इसके बाद पत्नी शिल्पी और उसके घर वाले धर्मेंद्र को दहेज के फर्जी मुकदमें में फंसाने की धमकी देने लगे. इस बात को लेकर वो काफी तनाव में रहने लगा था. धर्मेंद्र ने सारी बात मां सुशीला से शेयर की थी.