लखनऊ :राजधानी में फर्जीवाड़े के अब ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं, जिसमें फायदा पाने के लिए सांसद और विधायक के फर्जी लेटर पैड का प्रयोग किया जा रहा है. ऐसा ही मामला सीबीसीआईडी की बरेली शाखा के पास भी आया. इस मामले की जांच बीते 6 सालों से हो रही थी. अब इस फर्जीवाड़े के खिलाफ कैसरबाग में अपर जिला सहकारी अधिकारी रवि शंकर चौधरी और निजी सचिव एसके वर्मा के खिलाफ कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.
पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव के फर्जी लेटर पैड से किया था फर्जीवाड़ा, अब दर्ज हुआ मुकदमा
अपर जिला सहकारी अधिकारी रवि शंकर चौधरी और निजी सचिव एसके वर्मा के खिलाफ राजधानी लखनऊ के कैसरबाग कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है. दोनों जांच में दोषी पाए गए हैं. रवि शंकर ने बदायूं में तैनाती के दौरान अपना स्थानांतरण कराने के लिए तत्कालीन सांसद धर्मेंद्र यादव और छिबरामऊ के विधायक अरविंद सिंह यादव के फर्जी लेटर पैड का इस्तेमाल किया था.
बता दें कि अपर जिला सहकारी अधिकारी, बदायूं रवि शंकर चौधरी ने अपने स्थानांतरण के लिए सांसद धर्मेंद्र यादव और विधायक छिबरामऊ अरविंद यादव का फर्जी लेटर पैड के माध्यम से तबादले की सिफारिश की थी. रवि शंकर वर्मा ने भी अपना तबादला मनमाफिक करा लिया. वहीं इस मामले में निजी सचिव एसके वर्मा भी दोषी पाए गए हैं.
पुलिस ने दोनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471 और 120 बी का मुकदमा पंजीकृत किया है. कैसरबाग पुलिस अब दोनों अधिकारियों पर जल्द कार्रवाई कर सकती है. थाना प्रभारी कैसरबाग दीनानाथ मिश्रा ने बताया कि सीबीसीआईडी बरेली की तरफ से दोनों ही अधिकारियों के खिलाफ कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है.