सरकारी शराब व्यवसायियों ने कंपनी से हड़पे 1.65 करोड़, केस दर्ज
राजधानी लखनऊ में सरकारी शराब और बीयर के लाइसेंसी दुकानदारों ने कंपनी के 1.65 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया है. कंपनी द्वारा पैसे मांगे जाने पर जान से मारने की धमकियां दी जा रही थी. जिसे लेकर पीड़ित ललित परिहार ने एसीपी कैंट डॉक्टर बीनू सिंह से मामले की शिकायत की. इसके बाद के आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में खयानत, गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है.
लखनऊ: राजधानी में सरकारी शराब और बीयर की दुकानों पर सप्लाई को लेकर एक लाइसेंस धारी ग्रुप ने कंपनी के 1.65 करोड रुपये हड़प लिए. कंपनी अकाउंटेंट ने जब पेमेंट की बात कही तो आरोपियों ने असलहा तानकर उसे डराया धमकाया. एसीपी कैंट डॉक्टर बीनू सिंह के निर्देश पर पीजीआई पुलिस ने ग्रुप मालिक समेत छह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. इंस्पेक्टर आशीष कुमार द्विवेदी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है.
जानिए पूरा मामला
मेरठ के जागृति विहार निवासी ललित परिहार सरोजनी नगर के गिन्दन खेड़ा स्थित मेसर्स प्रकाश ट्रेडिंग कंपनी में लेखाकार के पद पर कार्यरत हैं. उन्होंने बताया कि उनके द्वारा ही लखनऊ की सभी सरकारी शराब व बीयर की दुकानों पर माल की सप्लाई की जाती है. सप्लाई पर जो भी रुपये कंपनी को मिलते हैं उसका लेखा-जोखा तैयार किया जाता है.
उनका कहना है कि 1 अप्रैल 2017 से 31 मार्च 2018 तक शराब और बीयर लाइसेंसी धारी सुरेश यादव और उनके भाई दिनेश चंद यादव निवासी कुम्हार मंडी तेलीबाग, अमित यादव, हनुमान प्रसाद यादव, राजेश यादव और सुनीता यादव को 12.12 करोड़ का माल भेजा था. आरोपियों ने 10.46 करोड़ रुपये कंपनी को दिए थे. साथ शेष 1.65 करोड़ रुपये अभी बाकी है.
पीड़ित ललित जब भी भुगतान की बात करता तो आरोपी टालमटोल करते हैं. दबाव बनाने पर सुरेश यादव और उनके सहयोगियों ने असलहा तान कर धमकाया. ठगी का अहसास होने पर पीड़ित ललित परिहार ने एसीपी कैंट डॉक्टर बीनू सिंह से मामले की शिकायत की. एसीपी के निर्देश पर पीजीआई पुलिस ने सुरेश यादव, दिनेश चंद्र यादव, अमित यादव, हनुमान प्रसाद यादव, राजेश कुमार यादव व सुनीता यादव के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में खयानत, गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली है.