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22 हजार रिक्त पदों को 69 हजार में शामिल करने की मांग पर अड़े अभ्यर्थी

लखनऊ में शिक्षा निदेशालय मैदान में सोमवार को 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती में उत्तीण अभ्यर्थियों ने 22 हजार रिक्त पदों को शामिल करने की मांग की. सुप्रीम कोर्ट के कहने के बावजूद 22 हजार पदों को अभी तक नहीं भरा गया.

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Published : Jun 21, 2021, 10:34 PM IST

लखनऊ: राजधानी के शिक्षा निदेशालय मैदान में सोमवार को 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती में उत्तीण अभ्यर्थियों ने 22 हजार रिक्त पदों को शामिल करने की मांग की. इसको लेकर भारी संख्या में अभ्यर्थी एकजुट हुए. परेशान अभ्यार्थियों का कहना है कि बीते 3 साल से सभी मानसिक और आर्थिक तंगी से भी जूझ रहे हैं. उन्हें सरकार से उम्मीद है कि सरकार उनकी मांग को पूरी करेगी. साथ ही अभ्यर्थियों ने नारे लगाए कि योगी है तो योग्यता है. धरना में शामिल अयोध्या से आए करूणा शंकर शुक्ला का कहना है कि योग्यता होने के बावजूद हम सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट के कहने के बावजूद 22 हजार पदों को अभी तक नहीं भरा गया.


69 हजार शिक्षक भर्ती में 22 हजार रिक्तियों को जोड़ने की मांग को लेकर बीएड डिग्रीधारी अभ्यर्थियों ने सोमवार से शिक्षा निदेशालय के मैदान पर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में 69 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती में 22 हजार रिक्तियों को जोड़े जाने की मांग तेज होने लगी है. बीएड डिग्रीधारी अभ्यर्थी मांग को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा चुके हैं. साथ ही ट्विटर पर भी लगातार ट्वीट कर रहे हैं. अभ्यर्थियों का आरोप है कि सुप्रीम कोर्ट ने दो भागों में 1.37 लाख पदों को भरने का निर्देश दिया था. इसमें अभी भी 22 हजार रिक्त पद हैं. 97 फीसदी अंक वाले प्रतिभागी भी बाहर हैं. उक्त पदों को पूरा कराने के लिए बीएड डिग्रीधारी अभ्यर्थी धरना-प्रदर्शन दे रहे हैं. इसमें जिले के भी युवाओं ने प्रतिभाग लिया.

धरने में प्रयागराज से आए अनूप ने बताया कि सरकार से निवेदन है कि कृपया 22 हजार रिक्त पदों को 69 हजार शिक्षक भर्ती में शामिल किया जाए, ताकि योग्यता वाले अभ्यर्थी को नौकरी मिल सकें. हम अभ्यर्थियों को सरकार से उम्मीद हैं अगर योगी हैं तो योग्यता वाले अभ्यर्थियों की बातें सुनी जाएंगी. कई सालों से हम सभी परेशान हैं. परीक्षा पास करने के बाद भी बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं.

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