लखनऊःप्रदेश सरकार अब फर्जी शस्त्र लाइसेंस धारकों पर लगाम लगाने के लिए अभियान चलाएगा. इस अभियान के दौरान प्रदेश के सभी जिलों में असलहों और कारतूसों का भौतिक सत्यापन किया जाएगा. अभियान के दौरान लाइसेंसधारियों की गरिमा का भी खास ख्याल रखा जाएगा, जिससे किसी भी तरह का कोई विवाद न होने पाए.
फर्जी तरीके से शस्त्र लाइसेंस प्राप्त करने वाले के खिलाफ चलेगा प्रदेश भर में अभियान - campaign against fake arms license
उत्तर प्रदेश में फर्जी तरीके से शस्त्र लाइसेंस प्राप्त करने वालों के खिलाफ 20 सितंबर से 20 अक्टूबर तक अभियान चलाया जाएगा. इस दौरान फर्जी तरीके से लाइसेंस हासिल करने वालों की जांच होगी. शस्त्र लाइसेंस धारकों द्वारा खरीदे गए कारतूस उन्हें इस जांच के दौरान देना पड़ेगा
लखनऊ सचिवालय.
सभी जिलों के डीएम और एसएसपी को इसकी जिम्मेदारी दी गई है. अभियान के दौरान कार्यालय के रिकॉर्ड और पोर्टल पर दर्ज रिकॉर्ड का मिलान किया जाएगा. लाइसेंस सत्यापन करने के बाद 21 अक्टूबर से 21 नवंबर तक अधिकारी कार्यालय के रिकार्ड से कारतूस का मिलान कराएंगे. मानकों को नजरअंदाज करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
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