लखनऊ: राजधानी के पारा थाना क्षेत्र में सोमवार को हाईकोर्ट के आदेश पर अवैध डेयरी संचालकों के खिलाफ अभियान चलाया गया. नगर निगम और पुलिस के संयुक्त अभियान से क्षेत्र में हड़कंप मच गया. संचालकों को इसकी सूचना पहले ही मिल गई थी, जिससे अधिकतर डेरियां खाली मिलीं. डेयरी संचालकों ने भैंसों को बागों और नहर में छोड़ दिया. अभियान के दौरान मौके से 10 मवेशियों को पकड़कर कान्हा उपवन भिजवाया गया.
लखनऊ: कैटल कैचिंग दस्ते के डर से डेयरी संचालकों ने नहर में छोड़ी भैंस - उत्तर प्रदेश समाचार
प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अवैध डेयरी संचालकों के खिलाफ अभियान चलाया. इस दौरान डेयरी संचालकों ने अपनी भैसें नहर में छोड़ दी.
![लखनऊ: कैटल कैचिंग दस्ते के डर से डेयरी संचालकों ने नहर में छोड़ी भैंस](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-4461393-thumbnail-3x2-image.bmp)
अवैध डेयरी संचालकों के खिलाफ अभियान चला.
अवैध डेयरी संचालकों के खिलाफ अभियान चला.
जानिए क्या है पूरा मामला
- राजधानी के पारा थाना क्षेत्र में सोमवार को हाईकोर्ट के आदेश पर अवैध डेयरी संचालकों के खिलाफ अभियान चलाया गया.
- ये अभियान पारा के तिकुनिया से शकुंतला मिश्रा विश्वविद्यालय तक चलाया गया.
- इस दौरान संयुक्त निदेशक व पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ एके राव, अपर नगर आयुक्त अर्चना द्विवेदी, सहायक अभियंता आशुतोष गुप्ता, अशोक यादव और भारी पुलिस बल मौजूद था.
- अभियान के दौरान प्रधान संघ अध्यक्ष जमशेद अली पहुंचे.
- उन्होंने नगर निगम क्षेत्र से बाहर चल रहे डेयरी अभियान का विरोध करते उसे रुकवा दिया.