एक जुलाई से संचारी रोग के खिलाफ चलेगा महाअभियान - उत्तर प्रदेश खबर
यूपी में मच्छरजनित-संक्रामक रोगों के खिलाफ जंग का एलान कर दिया गया है. राज्य के 90 हजार राजस्व गांवों में लगभग डेढ़ लाख सदस्यीय टीम डेंगू, मलेरिया, इंसेफ्लाइटिस, चिकनगुनिया, कोरोना, टीबी के मरीजों की पहचान करेंगी.
लखनऊ: यूपी में मच्छरजनित-संक्रामक रोगों के खिलाफ जंग का एलान कर दिया गया है. गुरुवार से गांव-गांव अभियान चलेगा. इसमें घर-घर मरीजों की खोज होगी. वहीं, अभियान की निगरानी के लिए 75 जनपदों में नोडल ऑफीसर नामित किए गए हैं.
दरअसल, यूपी की एक्सपर्ट कमेटी ने अगस्त से अक्टूबर तक कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई है. वहीं बारिश में मच्छरजनित बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है. लिहाजा सरकार राज्यभर में एक जुलाई से संचारी रोग अभियान चलाएगी. वहीं, 12 जुलाई से दस्तक अभियान का आगाज करने जा रही है. चिकित्सा स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ डीएस नेगी के मुताबिक अभियान में घर-घर निगरानी समिति के सदस्य जाएंगे. यह मच्छर जनित-संक्रामक रोगों पर एक साथ प्रहार करेंगी. ऐसे में 90 हजार राजस्व गांवों में करीब डेढ़ लाख सदस्यीय टीम डेंगू, मलेरिया, इंसेफ्लाइटिस, चिकनगुनिया, कोरोना, टीबी के मरीजों की पहचान करेंगी. खासकर, बुखार के मरीजों का एंटीजेन टेस्ट कराया जाएगा. साथ ही मेडिकल किट भी दी जाएगी. वहीं, गंभीर हालत देखकर मरीज को अस्पताल भेजा जाएगा.
टीबी मरीजों की फिर शुरू होगी खोज
राज्य क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ संतोष गुप्ता के मुताबिक कोरोना काल में नए टीबी मरीजों को खोजने का अभियान बंद था. अब 12 जुलाई से 25 जुलाई तक दस्तक अभियान में टीबी मरीज भी खोजे जाएंगे. पिछले अभियान ने 2000 नए रोगी खोजे गए थे.