लखनऊ : बसपा सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती करीब 1 साल बाद गुरुवार को राजधानी लखनऊ पहुंचीं. माल एवेन्यू स्थित 9 नंबर बंगले पर मायावती शाम 5:00 बजे दिल्ली से आई हैं. पिछले साल फरवरी में ही उनका अंतिम दौरा हुआ था. उसके बाद कोरोना के संकट काल और फिर लॉकडाउन के चलते मायावती लखनऊ नहीं आ पाई थीं, जिसके बाद अब वह लखनऊ पहुंची हैं.
एक साल बाद लखनऊ पहुंची मायावती, चुनावी तैयारियों को देंगी धार - मायावती
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती करीब एक साल बाद लखनऊ पहुंचीं. पिछले साल फरवरी में ही उनका अंतिम दौरा हुआ था. ऐसा माना जा रहा है कि मायावती अब लखनऊ में ही रुकेंगी और पार्टी पदाधिकारियों, नेताओं के साथ चुनावी तैयारियों व संगठन की मजबूती को लेकर दिशा-निर्देश देंगी.
विधानसभा चुनाव की तैयारियों को बढ़ाएंगी आगे
अब जब उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल अपनी तैयारियां तेज कर चुके हैं तो मायावती भी बसपा की चुनावी तैयारियां और पार्टी संगठन को मजबूत करने के उद्देश्य से लखनऊ आई हुई हैं. अब वह लखनऊ में ही रुकेंगी और पार्टी पदाधिकारियों, नेताओं के साथ चुनावी तैयारियों व संगठन की मजबूती को लेकर दिशा-निर्देश देंगी. बसपा नेताओं के मुताबिक, पार्टी सुप्रीमो पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर पूर्वांचल तक पार्टी के नेताओं और पदाधिकारियों के साथ संगठन के कामकाज की समीक्षा करेंगी और चुनावी तैयारियों को आगे बढ़ाने का काम करेंगी.
चुनावी गठबंधन करने पर करेंगी चर्चा
बसपा से जुड़े नेताओं का कहना है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में बसपा किस दल के साथ गठबंधन करके चुनाव मैदान में उतरेगी, उसको लेकर भी मायावती पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ विचार विमर्श करेंगी. बसपा के सूत्र बताते हैं कि मायावती ओमप्रकाश राजभर और असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व में बनाए गए संकल्प भागीदारी मोर्चे के साथ चुनाव लड़ने पर विचार कर रही हैं. ऐसी स्थिति में चुनाव में इस मोर्चे के साथ किस प्रकार से उन्हें फायदा मिलेगा या नुकसान होगा, उसको लेकर वह पार्टी नेताओं से चर्चा करेंगी.