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प्रधानमंत्री की फोटो दिखाकर प्रदेश में चल रहा फर्जी शिक्षा बोर्ड - उत्तर प्रदेश में फर्जी शिक्षा बोर्ड

'उत्तर प्रदेश राज्य मुक्त विद्यालय परिषद' के नाम पर प्रदेश में फर्जी शिक्षा बोर्ड चल रहा है. इस बोर्ड की वेबसाइट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की फोटो दिखाकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है. बोर्ड की दो वेबसाइट हैं, जिसके दमपर पूरा धंधा चल रहा है.

फर्जी शिक्षा बोर्ड
फर्जी शिक्षा बोर्ड

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Published : Apr 24, 2021, 3:07 AM IST

लखनऊः 'उत्तर प्रदेश राज्य मुक्त विद्यालय परिषद' के नाम पर प्रदेश में फर्जी शिक्षा बोर्ड चल रहा है. इस बोर्ड की वेबसाइट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की फोटो दिखाकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है. आलम यह है कि इस बोर्ड के संचालक को एक बार गिरफ्तार किया जा चुका है, लेकिन लखनऊ से बंद होने के बाद इसका संचालन प्रयागराज से हो रहा है. बोर्ड के नाम पर दो वेबसाइट www.upsosb.ac.in और www.upsosp.org.in के माध्यम से यह पूरा धंधा चल रहा है.

राजधानी से हुई शुरुआत
फर्जी शिक्षा बोर्ड की शुरुआत राजधानी के फरीदीनगर इलाके से की गई. सन 2017 में इसकी शुरुआत बताई जा रही है. यहां से हाईस्कूल, इंटरमीडिएट और डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन जैसी मार्कशीट बांटी जा रही थी. फरवरी 2018 में एसटीएफ ने कार्रवाई की और इस फर्जी शिक्षा बोर्ड के संचालक राजमन गौड़ समेत सात सदस्यों की गिरफ्तारी हुई. कुछ महीनों में बाद संचालक के रिहा होने पर इसका संचालन प्रयागराज से होने लगा. अभी यह फर्जी शिक्षा बोर्ड प्रयागराज से चलाया जा रहा है.

ऐसे कर रहे हैं गुमराह
इस पूरे फर्जीवाड़े में कई सफेदपोश शामिल हैं. उनकी शह पर यह सारा धंधा चल रहा है. माध्यमिक शिक्षा संघ के प्रदेश मंत्री डॉ. आरपी मिश्रा का कहना है कि 10वीं और 12वीं में आसानी से पास कराने का झांसा देकर यह अभिभावकों और बच्चों को गुमराह कर रहे हैं. इनमें ज्यादा ग्रामीण लोग फंस रहे हैं.

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स्कूलों को भी बांट रहे मान्यता
जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि विभागीय जांच में कुछ फर्जी शिक्षा बोर्ड के संचालकों की ओर से स्कूलों को मान्यता भी दिए जाने का खुलासा हुआ है. सिर्फ राजधानी में बीते दिनों करीब चार फर्जी शिक्षा बोर्ड के नाम सामने आए थे. इस मामले में बीते दिनों गिरफ्तारियां भी की गई थी. चूंकि, यह संस्थाएं ही फर्जी हैं तो इनकी ओर से दी जाने वाली डिग्री और मार्कशीट कागज के टुकड़े से ज्यादा कुछ नही हैं.

इन कीमतों पर बिक रही है मार्कशीट
फर्जी शिक्षा बोर्ड में हाईस्कूल की मार्कशीट 8 से 10 हजार रुपये में बिक रही है. वहीं इंटरमीडिएट की मार्कशीट के लिए 10 से 15 हजार रुपये लिए जा रहे हैं.

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