लखनऊ : चिकित्सीय क्षेत्र में कार्य करने वाले जब स्वयं स्वैच्छिक रक्तदान करते हैं तो आम जनमानस भी ज्यादा जागरूक और उत्प्रेरित होते हैं. इसी के तहत केजीएमयू के ट्रान्सफ्यूजन मेडिसिन विभाग ने प्लेटलेट्स रजिस्ट्री शिविर का आयोजन किया, जिसकी काफी प्रशंसा की जा रही है. स्वैच्छिक रक्तदान के प्रति लोग जागरूक हुए हैं. लेकिन, प्लेटलेट्स दान के लिए लोगों में अभी जागरूकता कमी है.
कुलपति प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद ने केजीएमयू के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग में आयोजित रक्तदान शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि आमजनमानस को प्लेटलेट्स दान करने के लिए जागरूक किए जाने की आवश्यकता है. इसके साथ ही उन्होंने शिविर में प्लेटलेट्स रजिस्ट्री एवं स्वैच्छिक रक्तदान करने वाले फैकल्टीगणों, कर्मचारीगणों, एमबीबीएस स्टूडेन्ट्स, नर्सिंग स्टूडेन्ट्स, पैरामेडिकल स्टूडेन्ट्स की प्रशंसा की.
उन्होंने बताया कि प्लेटलेट्स दान सप्ताह में एक बार किया जा सकता है और इससे कोई दिक्कत भी नहीं होती है. प्लेटलेट्स रजिस्ट्री से कैंसर डेंगू एवं ऑर्गन ट्रांसप्लान्ट के मरीजों को काफी मदद एवं लाभ प्राप्त होगा. उन्होंने बताया कि एक यूनिट सिंगल डोनर प्लेटलेट्स ट्रांसफ्यूज करने से काफी मात्रा में रोगी की प्लेटलेट्स बढ़ जाती हैं.
स्वैच्छिक रक्तदान शिविर की संयोजक केजीएमयू की ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. तुलिका चन्द्रा ने बताया कि अभी तक लगभग 6000 से अधिक "प्लेटलेट्स दाताओं" की रजिस्ट्री की जा चुकी है. किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ के फैकल्टीगणों, कर्मचारीगणों, एमबीबीएस स्टूडेन्ट्स, नर्सिंग स्टूडेन्ट्स, पैरामेडिकल स्टूडेन्ट्स द्वारा प्लेटलेट्स दान के लिए रजिस्ट्री कराने से मरीजों को सिंगल डोनर प्लेटलेट्स में मदद मिल सकेगी.